सुशांत सिंह राजपूत के ट्विटर हैंडल में छिपे हैं गहरे राज, जानें क्या है Photon in a double-slit?

मुंबई : पोलिसनामा ऑनलाइन – सुशांत सिंह राजपूत अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने कल मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में आत्महत्या कर ली। इस खबर से हर कोई हैरान है। कइयों को तो अब तक विश्वास नहीं हो रहा है कि सुशांत अब हमारे बीच नहीं रहे। पढ़ाई में होनहार स्टूडेंट रहे सुशांत सिंह राजपूत की साइंस में काफी दिलचस्पी थी। उनके ट्विटर अकाउंट से भी उनके साइंस से लगाव का पता चलता है। सुशांत की ट्विटर प्रोफाइल पर लिखा है ‘Photon in a double-slit.‘
A place where WWW was invented.
A place that discovered the God (damn:) particle.
A place of numerous divine collisions.
A place where Matter matters. 😉
A big thanks to #CERN for being so welcoming and making my dream come true.
—Dream 17/50 ✅ #livingMyDreams#lovingMyDreams pic.twitter.com/LEnwdSmwSw— Sushant Singh Rajput (@itsSSR) October 15, 2019
मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ने के बाद भी उन्होंने विज्ञान से खुद को अलग नहीं किया था। उनके कई ट्वीट साइंस से जुड़े थे। फीजिक्स से सुशांत का खासा लगाव था। उन्होंने अपने ट्विटवर पर विज्ञान के फलसफे का वाक्य ‘Photon in a double-slit’ लिखा था। जिससे प्रकाश और अणुओं के दोहरे स्वभाव का पता चलता है। पिछले साल 15 अक्टूबर को जर्मन दार्शनिक नित्जे के जन्मदिन पर भी सुशांत ने एक ट्वीट किया था। इसी दिन उन्होंने CERN प्रयोगशाला में विजिट का वीडियो भी ट्वीट किया था।
ट्विटर पर कवर इमेज –
सुशांत ने अपने ट्वीटर पर अपनी अनोखी कवर पिक्चर भी लगा रखी थी। उनकी कवर इमेज ‘तारों भरी रात या The Starry Night’ की पेंटिंग थी। इस पेंटिंग को प्रसिद्ध चित्रकार विसेंट वैन गॉग ने साल 1889 में पागलखाने में बनायी थी। विसेंट डिप्रेशन के दौर से गुजर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने पागलखाने में प्रसिद्ध पेंटिंग बनायी थी। विसेंट ने साल 1890 में फ्रांस में खुदकुशी कर ली थी। सुशांत का ट्विटर प्रोफाइल भी उनकी सोच, दर्शन और विज्ञान के प्रति उनके झुकाव को दर्शाता था। जिस तरह ‘डबल स्लिट प्रयोग’ ने फोटोन यानि प्राकाश के बहुआयामी व्यक्तित्व को उजागर किया। सुशांत भी अपनी बहुमुखी प्रतिभा और बहुआयामी व्यक्तित्व को दर्शाना चाहते थे।