महाराष्ट्र के शिक्षकों ने कहा- टीकाकरण में हमें भी मिले प्राथमिकता, शिक्षा सुचारू चलने के लिए यह जरूरी

मुंबई. ऑनलाइन टीम
केंद्र सरकार ने अगले सप्ताह से आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात और पंजाब में कोविड-19 वैक्सीन की खुराक के लिए एक पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) की योजना बनाई गई है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार अपडेट ले रहा है। इस बीच, महाराष्ट्र के शिक्षकों ने टीकाकरण में उन्हें प्राथमिकता देने की मांग की है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शिक्षकों ने छात्रों और स्वयं के सुरक्षा को देखते हुए शिक्षकों को सबसे पहले टीकाकरण देने की मांग की है।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि सरकार ने सबसे पहले पुलिसकर्मियों व नगरनिगम के कर्मचारियों सहित फ्रंटलाइन पर काम करने वालों को वैक्सीन देने का फैसला किया है। महाराष्ट्र के शिक्षकों का इस परिप्रेक्ष्य में कहना है कि महाराष्ट्र में स्कूलों को शुरू किए जाने से पहले सभी शिक्षक और नॉन टीचिंग स्टाफ को RT-PCR टेस्ट करना पड़ा था। शिक्षा विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में 15 हज़ार से ज़्यादा स्कूलों को खोला गया है,10 लाख के करीब छात्र स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूलों को खोलने से पहले कुल 1,51,539 शिक्षक और 56,034 नॉन टीचिंग स्टाफ का RT-PCR टेस्ट किया गया था। 2212 शिक्षक और 682 नॉन टीचिंग स्टाफ कोविड संक्रमित पाए गए थे। इसलिए महाराष्ट्र सरकार से अपील है कि मुम्बई के शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य को और आने जाने के समय को ध्यान में रखते हुए इन्हें टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाए, ताकि कोई डर ना रहे और शिक्षा सुचारू रूप से चलता रहे।
नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप के चेयरमैन वीके पॉल ने भी हाल ही में कहा था कि टीकाकरण के तहत शिक्षकों को भी प्राथमिकता में लाने पर विचार चल रहा है। इस पर स्वास्थ्य सचिव का कहना है, ‘हम मानते हैं कि टीकाकरण के प्रारंभिक दौर में या शायद पहले महीने में वैक्सीन की आवक सीमित होगी। हालांकि बाद में यह बढ़ेगी। फिर सभी प्राथमिकता वाले समूहों को एक साथ टीका लगाया जा सकेगा।’