दबदबा कायम है….भारतीय-अमेरिकी छात्र ने ‘स्पेल पंडित प्रतियोगिता में बाजी मारी

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न्यूजर्सी : समाचार ऑनलाइन – प्रतिष्ठित ‘स्क्रिप्स स्पेलिंग बी प्रतियोगिता में कई साल से भारतीय-अमेरिकी छात्रों का कब्जा है। इस साल भी अमेरिका की प्रतिष्ठित ‘स्क्रिप्स स्पेलिंग बी’ प्रतियोगिता की तर्ज पर आयोजित वर्तनी की एक नई प्रतियोगिता के पहले संस्करण में 14 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र विजयी रहा।

न्यूजर्सी के एडिसन में रहने वाले आठवीं कक्षा के छात्र नवनीत मुरली ने ”खरोष्ठी की सही वर्तनी बताकर ‘स्पेलपंडित प्रतियोगिता में बाजी मारी। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर भी भारतीय मूल की आठवीं कक्षा की छात्रा रही। निधि अचंता ने दूसरा स्थान और छठी कक्षा के हरिनि लोगान ने तीसरा स्थान हासिल किया। ‘स्पेलपंडित’ के सहसंस्थापक सौरव देसाई ने मुरली को विजेता घोषित किया। स्पेलिंग बी प्रतियोगिता में छठी कक्षा में पांचवां और सातवीं कक्षा में 11वां स्थान हासिल करने वाले मुरली को स्पेलपंडित प्रतियोगिता का विजेता रहने पर 3,000 डॉलर की पुरस्कार राशि मिली। मुरली ने कहा, ”मुझे सभी शब्दों की वर्तनी पता थी, लेकिन मैं अति आत्मविश्वास से बचना चाहता था।

ऐसी है प्रतियोगिता : अमेरिका में प्रचलित इस प्रतियोगिता में भारतीय मूल के बच्चों का खास दबदबा रहा है। 2008 से लगातार भारतीय मूल के अमेरिकी बच्चे इस प्रतियोगिता को जीतते आ रहे हैं। अमेरिका की इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दो से ढाई मिनट का समय दिया जाता है। यानी इतने समय के अंदर उच्चारित शब्द की स्पेलिंग बतानी होती है। इस कॉन्सेप्ट की उपज सबसे पहले अमेरिका में ही हुई। वहां मनोरंजन यानी समय बिताने के लिए स्पेलिंग बी प्रतियोगिताएं आयोजित होने लगीं। धीरे-धीरे दुनिया के अन्य देशों में इसका प्रसार हुआ। अमेरिका में नॉर्थ-साउथ फाउंडेशन एजुकेशनल ऑर्गेनाइजेशन और साउथ एशियन स्पेलिंग बी ऑर्गेनाइजेशन अपनी-अपनी स्पेलिंग बी प्रतियोगिता आयोजित करते हैं

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