जोखिम लेने से पहले सोचें…RBI के फैसले से आम आदमी को लगेगा झटका, फिर कम हो सकता है फिकस्ड डिपोजिट पर ब्याज
नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोरोना वायरस के इस संकट की घड़ी में फिर से रेपो रेट ब्याज दरों में 0.40 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस घोषणा से कर्ज़ की दरों में भी कमी आ सकती है, लेकिन एफडी कराने वाले निवेशकों का भी मुनाफा भी घट सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त लिक्विडिटी से ब्याज दरों पर दबाव बन सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर 0.25 से 0.50 फीसदी तक घट सकती हैं। ध्यान रहे, इससे पहले जब RBI ने ब्याज दरों में 0।75 फीसदी की कटौती की थी, तब से अब तक SBI समेत कई बड़े बैंक एफडी पर ब्याज दरें घटा चुके हैं।
12 मई को एसबीआई ने 3 साल की अवधि वाली एफडी पर ब्याज दरें 0.20 फीसदी तक घटाई। हालांकि बैंक ने 3 साल से 10 साल की अवधि की एफडी की ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया था। बैंक ने बयान जारी कर कहा कि सिस्टम और बैंक लिक्विडिटी को ध्यान में रखते हुए हम 3 साल की अविध तक के रिटेल टर्म डिपॉजिट्स रेट में यह कटौती कर रहें हैं।
निवेशकों को यह करना चाहिए – निवेश के विकल्पों के बारे में सोचने से पहले निवेशकों को अपनी जोखिम लेने की क्षमता के बारे में देख लेना चाहिए। जब ब्याज दरों में गिरावट हो तो रिटर्न की बजाय निवेशकों को अपनी पूंजी की सुरक्षा के बारे में सोचना चाहिए।