… तब तक ‘मनसे’ के साथ गठबंधन असंभव, भाजपा का स्पष्टीकरण
पुणे : बीजेपी की पुरानी सहयोगी शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ कर राज्य में कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाया। शिवसेना द्वारा बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद मनसे ने हिदुत्व का मुद्दा उठाकर एक नया राजनीतिक मोड़ दे दिया है। दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने समय-समय पर इस पर अपने विचार व्यक्त किए। हालांकि, अब भाजपा ने मनसे के साथ गठबंधन पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक चंद्रकांत पाटिल ने पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एक पत्रकार के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि जब तक महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अन्य राज्यों के लोगों पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करती, तब तक गठबंधन के बारे में कोई चर्चा नहीं होगी। पाटिल ने कहा कि अभी तक दोनों दलों के स्तर पर गठबंधन पर चर्चा नहीं हुई है।
चंद्रकांत पाटिल ने आज (सोमवार) पार्टी के नगरसेवकों के साथ महापौर मुरलीधर मोहोल और नगर आयुक्त विक्रम कुमार से मुलाकात की। इस दौरान पाटिल ने शहर में विभिन्न विकास कार्यों पर चर्चा की। समान जलापूर्ति योजना, नालों के चौड़ीकरण और गहरीकरण, डीपी सड़कों को बाधित करने और नकद भुगतान पर चर्चा की।