देवेगौड़ा, खड़गे समेत बीजेपी के 2 उम्मीदवार ‘रास’ के लिए निर्विरोध जीते, क्योंकि मामला यह था

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – जनता दल (सेकुलर) सुप्रीमो एच. डी. देवेगौड़ा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सत्तारूढ़ भाजपा के नेता अशोक गस्ती व इरन्ना कडाडी को कर्नाटक से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। रिटर्निंग ऑफिसर एम. के. विशालाक्षी ने यह जानकारी दी।
पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा : पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा (87) विपक्षी कांग्रेस के समर्थन से उच्च सदन के लिए चुने गए। उनकी क्षेत्रीय पार्टी के पास 225 सदस्यीय राज्य विधानसभा में केवल 34 विधायक हैं। सीट प्राप्त करने के लिए आवश्यक 44 वोटों में से 10 वोट चाहिए थे। गौड़ा जून 1996 से अप्रैल 1997 तक प्रधानमंत्री चुने जाने के 24 साल बाद दूसरी बार राज्यसभा में प्रवेश कर रहे हैं। गौड़ा तुमकुर लोकसभा सीट से भाजपा के जी. एस. बसवराज से मई 2019 के आम चुनाव में हार गए थे।
मल्लिकार्जुन खड़गे : 77 वर्षीय खड़गे ने राज्य के उत्तरी क्षेत्र में गुलबर्गा आरक्षित लोकसभा सीट से भाजपा के उमेश यादव से 2019 का आम चुनाव हारने के एक साल बाद पहली बार उच्च सदन में प्रवेश किया। खड़गे 2014-19 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं। इसके अलावा वह 2009 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। खड़गे कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार थे, इसलिए उनकी जीत भी सुनिश्चित थी, क्योंकि पार्टी के पास 68 विधायक हैं।
अशोक गस्ती : पेशे से वकील 55 वर्षीय गस्ती, नाई समुदाय से हैं और बेंगलुरू से करीब 490 किलोमीटर दूर राज्य के उत्तरी क्षेत्र रायचूर जिले से हैं। कडाडी और गस्ती पाटीर् के जमीनी स्तर के नेता हैं।
इरन्ना कडाडी : कडाडी (50) राज्य के उत्तर-पश्चिमी बेलगावी जिले के गोकक से हैं। वह राजनीतिक रूप से प्रमुख लिंगायत समुदाय के एक मजबूत नेता हैं, जो कि सत्तारूढ़ पार्टी का वोट बैंक है। वह पार्टी के बेलगावी जिले के जिला परिषद अध्यक्ष हैं।