जलती चिता को देख खूब रोई गैंगस्टर दुबे की पत्नी, फिर अचानक भड़की, बोली- सबको सबक सिखाऊंगी, जरुरत पड़ी तो बंदूक भी उठाऊंगी
कानपूर : ऑनलाइन टीम – गैंगस्टर विकास दुबे का अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम को भैरवघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में कराया गया। अंतिम संस्कार में पहुंची पत्नी रिचा अपने पति की जलती चिता देख फूट-फूटकर रोई। उसकी हालत बेहद खबर थी। लेकिन फिर अचानक मीडिया पर भड़क गयी। मीडिया ने रिचा से बिकरू में आठ पुलिस की हत्या के संबंध में सवाल किए तो वह भड़क उठी।
जोर-जोर से चिल्ला कर कहा कि तुम सबने मिलकर मेरे पति को मरवा दिया। जिसने जैसा सलूक किया है, उसको वैसा ही सबक सिखाऊंगी। अगर जरूरत पड़ी तो बंदूक भी उठाऊंगी’। रिचा ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया। एसपी पूर्वी राजकुमार ने बताया कि विकास के माता-पिता को भी अंतिम संस्कार में शामिल होने को कहा गया था, लेकिन उन्होंने आने से साफ इंकार कर दिया। विकास के शव का पोस्टमार्टम कराने के काफी देर बाद तक पुलिस को शव का कोई दावेदार नहीं मिला।
अंतिम संस्कार में पत्नी, बेटी और रिश्तेदार थे मौजूद –
शाम को शिवली से विकास के बहनोई दिनेश तिवारी पोस्टमार्टम पहुंचे और अपनी सुपुर्दगी में शव लिया। यहां से शव को सीधे भैरवघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह ले जाया गया। लखनऊ से विकास की पत्नी रिचा, बेटा, मामी व बिकरू से रिश्तेदारी की तीन अन्य महिलाएं पहुंचीं। करीब आधे घंटे में शव का अंतिम संस्कार कराने के बाद रिचा, बेटे व मामी के साथ तीन कारों से लखनऊ रवाना हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं भी गांव के लिए निकल गईं।
इधर पुलिस की जांच में सामने आया है कि विकास की पत्नी ऋचा जिला पंचायत सदस्य है। उसे विकास के हर अच्छे-बुरे कामों की जानकारी रहती थी। यही वजह है कि वह क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य होने के बावजूद लखनऊ में बच्चों के साथ रहती थी। वह नहीं चाहती थी कि विकास के गलत कामों का नतीजा उसके बच्चे या वह खुद भुगते।
रिचा ने अपने पति को दो बार एनकाउंटर से बचाया था !
रिचा 2 बार पति की गिरफ्तारी की फोटो और वीडियो वायरल कर चुकी है। पहला मामला 2017 का है, जब पुलिस ने विकास को बिकरु गांव में घर से गिरफ्तार किया था। दूसरा मामला 2019 का है। जब उसने जेल से ही चचेरे भाई अनुराग दुबे पर हमला करवाया था। इसके बाद वह जेल से छूट कर आया तो पुलिस उससे एक अन्य मामले में पूछताछ करने पहुंची थी। विकास ने सीसीटीवी भी इसी मकसद से लगवाया था कि गिरफ्तार होने पर उसके पास सबूत रहें और पुलिस उसका एनकाउंटर न कर सके।