पूर्वजन्म का वाकया… महिला ने कहा-मैं मुर्गी थी, डॉक्टरों ने बताया ‘मनोविकार’

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ब्रसेल्स. ऑनलाइन टीम – बेल्जियम में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक महिला अचानक घर के पास स्थित बागीचे में मुर्गी जैसा फुदककर चलने लगी। इस दौरान वह बोलती रही- मैं मुर्गी थी। यह मेरा दूसरा जन्म है। ऐसा वह लगातार करती रही। महिला को उसके भाई ने पास के बागीचे में मुर्गी की तरह फुदकते हुए और बाग देते हुए पाया। परिवारवालों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, महिला गंभीर मानसिक विकार से जूझ रही है। ऐसे में उसका अपने दिमाग पर कोई काबू नहीं है, जबकि महिला ने डॉक्टरों को बताया कि उसे बागीचे में जाने के बाद लगा कि वह एक मुर्गी है और उसे पैरों में भी अजीब सनसनी महसूस हुई।

सदमे के कारण दिमाग पर पड़ा असर : 54 साल की इस विवाहित महिला का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि महिला एक फार्मेसी में नौकरी करती थी। परिवार के एक सदस्य की मौत के बाद उसे अचानक ऐसे दौरे आने शुरू हो गए। कहा जा रहा है कि इस महिला का नशीली दवाओं और शराब से भी कोई संबंध नहीं है। 1850 से ऐसे 56 उदाहरण : शोधकर्ताओं के अनुसार, इंसानों में ऐसे लक्षण कुछ घंटे से लेकर कुछ दिनों तक रह सकते हैं।

इस तरह का भ्रम होने एक दुर्लभ बीमारी है जो बहुत कम लोगों में देखने को मिलता है। वैज्ञानिकों ने इसे मनोविकार का नाम दिया है। मनोचिकित्सकों के अनुसार, इंसानों को खुद को जानवर बताने की घटना को ज़ोन्थ्रॉपी कहा जाता है। ऐसे में मरीज अपने अनुभव के बारे में भी कुछ नहीं बता पाते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, 1850 और 2012 के बीच चिकित्सा जगत में 56 ऐसे उदाहरण देखे गए हैं जिसमें मरीजों ने खुद को कुत्ता, शेर, बाघ, लकड़बग्घा, शार्क, मगरमच्छ, मेंढक, गोजातीय, बिल्ली, हंस, गैंडा, खरगोश, घोड़ा , सांप, पक्षी, जंगली सूअर, गेरबिल और मधुमक्खी बताया है।

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