स्वास्थ्य बीमा में लें OPD कवर, पल-पल पर मिलेगी इससे सहायता
नई दिल्ली.ऑनलाइन टीम – ग्राहकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कुछ बीमा कंपनियों ने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में ओपीडी से जुड़े खर्चों को शामिल करने के लिए उसे रीडिजाइन किया है। ओपीडी कवर से किसी को अस्पताल में भर्ती न होने पर भी स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च का क्लेम करने की अनुमति मिलती है, डायग्नोस्टिक या छोटी-मोटी बीमारियों के साथ दवाओं की लागत भी इस पॉलिसी के तहत आती है। कोई भी भुगतान किए गए प्रीमियम पर टैक्स में छूट का दावा कर सकता है। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि ओपीडी उपचार केवल नेटवर्क क्लीनिक और अस्पतालों के लिए मान्य होता है।
ओपीडी कवर किसे लेना चाहिए : ओपीडी कवर ऐसे किसी भी व्यक्ति के लिए है जो स्वास्थ्य देखभाल की लागत को वहन करता है पर जिसे अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता नहीं होती है। यह वायरल बुखार के लिए दवाओं और मधुमेह, गठिया या पीठ दर्द जैसी कुछ पुरानी स्थितियों के मामलों में शामिल है। किसी भी अन्य पुरानी स्थिति के लिए जिसमें डॉक्टर के यहां नियमित विजिट की आवश्यकता होती है, ओपीडी बीमा कवर की अनुशंसा की जाती है।
इन बातों का रखें ध्यान : ओपीडी कवर का लाभ कई आकारों और प्रकारों में आता है। इसमें चिकित्सकों द्वारा किसी भी बीमारी के लिए किसी के स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए चिकित्सकीय रूप से आवश्यक परामर्श और परीक्षा के लिए शुल्क शामिल है।