NCP

पणजी : पोलिसनामा ऑनलाईन – गोवा विधान सभा में एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसके बाद वहां उपस्थित नेतागण अवाक् रह गए. जी हाँ, जारी सभा में NCP के एकमात्र विधायक चर्चिल आलेमाव ने अपने दोनों कानों को उंगलियों से बंद कर लिया. यह मामला हाल ही का है. उनके इस बर्ताव के बाद अन्य नेतागणों ने अब उन्हीं पर ऊँगली उठा दी है.

जानें क्या है मामला

विधानसभा में कोई यह समझ नहीं पाया कि आखिर चर्चिल आलेमाव को हुआ क्या है? तभी विधायक जी बोले कि, “सभापति महोदय, मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है, इसलिए भाषण का अनुवाद कोंकणी में करवाएं.”

बता दें कि उस दौरान महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी (मगोप) के विधायक सुदीन ढवलीकर, मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत की तारीफ में भाषण बोल रहे थे. यह भाषण मराठी में था, जिसपर चर्चिल आलेमाव ने आपति जाहिर की.

गौरतलब है कि गोवा की एक संस्था द्वारा मुख्यमंत्री सावंत को साखली भूषण पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है. उसी के उपलक्ष्य में ढवलीकर ने उन्हें बधाई देने चाही थी, लेकिन दो शब्द बोलने के बाद ही आलेमाव ने बीच में रुकावट पैदा कर दी. हालाँकि सभापति ने आलेमाव से बैठने की गुजारिश की और भरोसा दिलाया कि वे खुद बाद में उन्हें भाषण का अनुवाद करके सुना देंगे. लेकिन विधायक जी टस-से-मस नहीं हुए.

कांग्रेस के विधायक प्रताप सिंग राणे ने दिखाया ‘आइना’

हालाँकि इस बीच  कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक प्रताप सिंग राणे ने भाषण की शुरूआती लाइनों का अनुवाद करके सुना तो दिया, लेकीन चर्चिल को आयना दिखाते हुए कहा कि यह सच नहीं है कि चर्चिल को मराठी नहीं आती. राणे ने यह भी याद दिलाया कि, इसी सभागृह में चर्चिल हमें मराठी कविता ‘ये रे ये रे पावसा’ भी सुना चुके हैं. फिर ये कैसे सम्भव है कि उन्हें मराठी नहीं आती!

हालाँकि चर्चिल ने ऐसा बर्ताव क्यों किया ये तो वो ही जाने, लेकिन मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जल्द ही एक अनुवादक को नियुक्त करने का वादा जरुर किया है.

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