Pune City | Pune becomes a bigger city than Mumbai; The area of ​​Pune Municipal Corporation is more than 500 square kilometers.

पुणे (Pune news) : ऑनलाइन टीम – (Pune City) क्षेत्रफल (Area) और जनसंख्या (population) की दृष्टि से मुंबई एक बड़े शहर के रूप में जाना जाता है। हालांकिपुणे मनपा (Pune Municipal) में 23 गांवों के समावेश होने पर अब पुणे (Pune City) शहर मुंबई (Mumbai) से बड़ा हो गया है। नए आदेश के अनुसार पुणे शहर (Pune city) का क्षेत्रफल बढ़कर 518.77 वर्ग किलोमीटर हो गया है और जनसंख्या में करीब पांच लाख की वृद्धि हुई है।

 

मनपा ने दिसंबर 2013 में पुणे शहर की सीमा के पास 34 गांवों को लेने का फैसला किया था और यह प्रस्ताव राज्य सरकार (state government) को अभिप्राय के लिए भेजा था। सरकार ने मई 2014 में अपने इरादे की घोषणा की थी और इन 34 गांवों को मनपा में शामिल किया था। मनपा ने जहां इन गांवों के विकास की तैयारी शुरू कर दी हैवहीं तत्कालीन राज्य सरकार (state government)  ने 2017 में 34 गांवों में से 23 गांवों को मनपा से निकालकर ग्रामीण इलाकों से दोबारा जोड़ा। लोहगांव (शेष)मुंढवा (शेष केशवनगर)हडपसर (सदेसतरानली)शिवणे (उत्तमनगर)शिवणेअम्बेगांव खूउंद्रीधायरीअम्बेगांव बूफुरसुंगी और उरुली देवाची के 11 गांवों को मनपा में रखा था। इन 11 गांवों ने क्षेत्रफल में 334.16 वर्ग किमी की वृद्धि की।

पुणे की जनसंख्या लगभग 45 लाख

2011 की जनगणना (Census) के अनुसार

इन गांवों की आबादी 1 लाख 98 हजार 681 है,

लेकिन पिछले कुछ सालों में गांवों में बड़ी संख्या में निर्माण हुए हैं।

वर्तमान जनसंख्या लगभग 5 लाख है। वर्तमान में पुणे की जनसंख्या लगभग 45 लाख है और यह जनसंख्या अब लगभग 50 लाख होगी।

मनपा इन नागरिकों को सड़कपानीजल निकासीकचराबिजली और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए

जिम्मेदार है।

इस बीचमुंबई मनपा का वर्तमान क्षेत्रफल 450 वर्ग किलोमीटर है।

अब पुणे मनपा (Pune Municipal) का क्षेत्रफल 518 वर्ग किलोमीटर है

और पुणे क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा शहर बन गया है।

 

इस प्रकार शहर का क्षेत्रफल बढ़ा

 

1997: 250 वर्ग किमी

 

2017: 331.57 वर्ग किमी

 

2021: 184.61 वर्ग किमी

 

पुणे में गांवों को शामिल करने का इतिहास

 

1997: भाजपा-शिवसेना सरकार के दौरान 38 गांवों को मनपा में शामिल करने का निर्णय लिया गया।

2001: इनमें से 15 पूर्ण और पांच आंशिक गांवों को मनपा सीमा से बाहर रखा गया।

2012: येवलेवाड़ी को मनपा की सीमा में शामिल किया गया।

2014: 34 गांवों को मनपा में शामिल करने का इरादा

2017: फुरसुंगीदेवाची उरुली समेत 11 गांव मनपा में शामिल

2020: 23 गांवों को शामिल करने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा शपथ पत्र

30 जून 2021: 23 गांवों को शामिल करने का अध्यादेश

 

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