Anil deshmukh Case | “अनिल देशमुख के PA जांच में मदद नहीं कर रहे, कहते हैं सचिन वाझे को पहचानते नहीं’’ ईडी की जानकारी

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मुंबई (Mumbai news) : ऑनलाइन टीम – (Anil deshmukh Case) राज्य के पूर्व गृह मंत्री (Former Home Minister) अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को दोनों निजी सहायकों की हिरासत में विस्तार किया गया है। कुंदन शिंदे (Kundan Shinde) और संजीव पलांडे (Sanjeev Palande) दोनों को ईडी (ED) की पांच दिनों की हिरासत में भेज दिया गया है। दोनों को छह जुलाई तक ईडी की हिरासत में रहना होगा। कुंदन शिंदे (Kundan Shinde) और संजीव पलांडे (Sanjeev Palande) को पांच दिन पहले सचिन वाजे और बार मालिकों के जवाब के आधार पर गिरफ्तार (Arrest) किया गया था।

इन दोनों आरोपियों को आज फिर कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने इससे पहले अदालत से दोनों को सात दिन की हिरासत में भेजने को कहा था। लेकिन अब आरोपी की हिरासत पांच दिन के लिए बढ़ा दी गई है।

ईडी ने कहा है कि संजीव पलांडे (Sanjeev Palande) और कुंदन शिंदे (Kundan Shinde) बिचौलिए हैं। साथ ही 4 करोड़ रुपये पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के पास जाने थे। ईडी ने कहा कि ये पैसा नकद में आ रहे थे। आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और कह रहे हैं कि सचिन वाझे को नहीं जानते हैं। हमने उनके सामने कुछ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य रखे। फिर भी आरोपी कह रहा है कि वो सचिन वाझे को नहीं पहचानते हैं।

आईपीएस अधिकारियों के फेरबदल में कुछ और मंत्रियों का नाम भी लिया गया

 

इस दौरान आईपीएस अधिकारियों (IPS officer) का तबादला किया गया था। उस सूची की जांच करनी है।

ईडी (ED) ने कोर्ट से कहा है कि

वह ट्रांसफर किए गए आईपीएस पुलिस अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाना चाहता है।

दोनों आरोपी के इनकम टैक्स डिटेल्स जांच करनी है, मिले कैश का क्या हुआ? ये पैसे कहाँ गये, 

इसकी जांच करने की बात ईडी के अधिकारियों को कहा है।

चौंकाने वाली बात यह है कि आईपीएस अधिकारियों के फेरबदल में कुछ और मंत्रियों का नाम भी लिया गया है।

इसलिए ईडी ने कहा है कि वह सूची की जांच करना चाहता है।

ईडी के वकील सुनील गोंसवालिस (Sunil Gonsalves) ने कहा,

हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि इस बीच 10 आईपीएस अधिकारियों का तबादला क्यों और

किस उद्देश्य से किया गया और रद्द कर दिया गया।”

 

 

 

 

 

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