पार्टी छोड़ कर गये नेताओं की वापसी पर नहीं मिलेगी उनको अगली कतार में जगह: आव्हाड
ठाणे : राज्य की महाविकास अघाडी सरकार अच्छा काम कर रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में कोरोना काल में भी सरकार ने अच्छा काम किया है। अपनी सरकार के दौरान पूर्व मंत्री स्व. आर.आर. आबा ने इस क्षेत्र के लिए बहुत काम किया और वर्तमान में अजित पवार भी इस क्षेत्र पर बहुत ध्यान दे रहे हैं। नेवली फाटा से बदलापुर टर्न तक एक भी गड्ढा नहीं है। इतना होने के बाद भी लोगो ने हमारी पार्टी क्यो छोड़ी ये हमें समझ नहीं आ रहा है, ये कहते हुए गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने पार्टी छोड कर गये नेताओं पर टिप्पणी की।
आगामी मनपाचुनाव के मद्देनज़र राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने ठाणे और नवी मुम्बई के जिलो में कार्यक्रम और उदघाटन समारोह में शिरकत की। इस मौके पर गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड भी उपस्थित थे। अम्बरनाथ-बदलापुर में राष्ट्रवादी कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होने अपनी बात रखी।
राष्ट्रवादी छोड़ भाजपा में गये नेताओं पर निशाना साधते हुए आव्हाड ने कहा कि शरद पवार, अजित पवार काम करने वाले नेता हैं। काम में मदद करने के लिए हमेशा आपकी पीठ पर खड़े रहते थे ये आप कैसे भूल गये। सिर्फ एक टिकट के लिए आप भाजपा में चले गये। हम ये बिल्कुल न सोचे कि जो भाजपा में चले गये हैं वो अगर वापस आएँगे तो उन्हे महत्वपूर्ण स्थान मिलेगा। उन्हे अब वो स्थान बिल्कुल नहीं मिलने वाला है। मेरा ये स्पष्ट मत है और इस बारे में मैंने पवार साहब और सुप्रिया सुले को भी बता दिया है। वापस आएँगे तो हम उनका स्वागत करेंगे। वो हमारे घर के हैं, लेकिन आगे की कुर्सी पर बैठने का मौका नहीं मिलेगा। इसके लिए अगले 2 साल तक वेटिंग करना पड़ेगा।
आगे उन्होने कहा कि 2012-14 के दौरान पेट्रोल के बढते दाम पर विरोध करने में स्मृति इरानी सबसे आगे थी। अभी तो सरकार अपने हिसाब से चल रही है। नरेंद्र मोदी के आंदोलनजीवी शब्द पर भी निशाना साधा। उन्होने कहा कि गुरुदासपुर चुनाव में भाजपा की हार एक अलग ही संकेत दे रहा है। नाटक कलाकार नरेंद्र मोदी भूलभुलैया वाला काम कर रहे हैं। सरकारी कम्पनियाँ बेच रहे हैं। आने वाले समय में भाजपा सरकार आरक्षण भी खत्म कर देगी। मेरे विचार से डॉ आम्बेडकर की विचारधाराओ को साइड कर देगी सरकार्। संविधान में हमें भाषण और अभिव्यक्ति स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया है, उस संवैधानिक अधिकार को हनन करने का काम मोदी कर रहे हैं। आंदोलनजिवी को रोकना, इसका क्या अर्थ है? यह सवाल भी आव्हाड ने उठाया।
पेट्रोल की बढती कीमतों पर टिप्पणी
अंबरनाथ बदलापुर में पानी की कितनी विकट समस्या है, इससे यहाँ की महिलाएं भलिभांति परिचित है। ठाणे सांसद यहाँ कब आये किसी को पता है? नाम न लेते हुए यहाँ के शिवसेना नेता पर टिप्पणी की। साथ ही पेट्रोल डीजल के बढते नामो पर सरकार को घेरते हुए उन्होने कहा कि एक समय था जब कांग्रेस की डॉ मनमोहन सिंग सरकार के दौरान पेट्रोल डीजल की कीमतों पर बहुत लोगो ने टिप्पणी की थी, लेकिन आज सब चुप हैं। भाजपा सरकार में एकाधिकारशाही है।