दमदार एक्शन और एडवेंचर से भरपूर है फिल्म ‘जंगली’
पुणे : पोलीसनामा ऑनलाईन – विद्युत जामवाल की फिल्म ‘जंगली’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। फिल्म की कहानी जानवरों के डॉक्टर राज नायर(विद्युत जामवाल) की है। राज अपने पिता की एलिफेंट को बचाने वाली सेंचुरी के लिए आगे आते हैं। दरअसल हंटर्स लगातार हाथियों को यहां उनके दांत पाने के लिए मार रहे होते हैं। ऐसे में राज उनकी सुरक्षा के लिए सामने आते हैं और एलिफेंट सेवियर बन जाते हैं। फिल्म में शुरू से लेकर अंत तक कई अच्छे मूमेंट हैं। सेकंड हाफ में फिल्म और भी बेहतरीन हो जाती है। पहले हाफ में बेशक कहानी को बखूबी स्टेबलिश किया गया है।
फिल्म की कहानी –
फिल्म की कहानी बहुत ही सरल और सहज है। राज नायर ( विद्युत जामवाल) शहर में काम करने वाला जानवरों का डॉक्टर है। 10 साल के लंबे अरसे बाद वह अपनी मां की बरसी पर अपने घर उड़ीसा लौटता है तो उसे कई नई बातों से दो-चार होना पड़ता है। उड़ीसा में उसके पिता हाथियों को संरक्षण प्रदान करने वाली एक सेंचुरी चलाते हैं। उसका पीछा करती हुई पत्रकार मीरा (आशा भट्ट) भी उसके साथ हो लेती है । वह राज के पिता पर एक आर्टिकल करना चाहती है। राज के घर पर उसके पिता के साथ सेंचुरी को सपॉर्ट करने के लिए उसकी बचपन की साथी शंकरा ( पूजा सावंत) और फॉरेस्ट ऑफिसर देव भी है। घर लौटने के बाद राज अपने बचपन के साथी हाथियों में भोला और दीदी से मिलकर बहुत खुश होता है और पुराने दिनों को याद करता है, जब उसकी मां जीवित थी और वह अपने गुरु (मकरंद देशपांडे ) से कलारिपयट्टु का प्रशिक्षण ले रहा था।
हाथियों के साथ मौज-मस्ती करने वाले राज को ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि उनकी खुशहाल सेंचुरी और हाथियों पर शिकारी नज़र गड़ाए बैठा है। हाथी दांत के विदेशी तस्करों के लिए शिकार करने वाला शिकारी (अतुल कुलकर्णी) सेंचुरी में आकर हाथी दांत हासिल करने के लिए सबकुछ तहस-नहस कर देता है। इतना ही नहीं वह हाथियों के सरदार भोला और राज के पिता की जान लेकर वहां से भाग निकलता है। आगे की कहानी जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
एक्टिंग –
विद्युत जामवाल की अगर एक्टिंग की बात करें तो उन्होंने राज के रोल में जबरदस्त परफॉर्मेंस दी है। वो एक्शन सीन्स से लेकर एक्टिंग तक बहुत ही बेहतरीन रहे हैं। विद्युत फिल्म की जान हैं। वहीं फिल्म से डेब्यू करने वालीं पूजा सावंत और आशा भट फर्स्ट लीड रोल में बहुत ही कॉन्फीडेंट नजर आई हैं। दोनों ने अच्छी और स्क्रीन पर नैचुरल एक्टिंग की है। अलुत कुलकर्णी का कैरेक्टर काफी इंटरेस्टिंग रहा है। वहीं बाकी कलाकार आकाश ओबेरॉय, मकरंद देशपांडे, थलाइवाज विजय ने भी अच्छा सपोर्टिंग रोल किया है।
डायरेक्शन –
निर्देशक चक रसेल ‘जंगली’ से अपनी बॉलिवुड पारी की शुरुआत कर रहे हैं। हॉलिवुड में ‘मास्क’, ‘स्कॉर्पियन किंग’, ‘इरेजर’ जैसी बम्पर हिट फिल्में दे चुके चक रसेल ने बॉलिवुड की नब्ज को सही ढंग से पकड़ा है। जंगली को देखकर लगता है कि चक को तेजी से और भी फिल्में डायरेक्ट करनी चाहिए। अपनी फिल्मों में इमोशन और एक्शन सीन्स को वो बहुत की बेहतरीन तरीके से कैप्चर करते हैं। फिल्म का इंटरवल सीन्स भी उनकी फिल्ममेंकिग कला को उभारकर सामने लाता है जिसे आप मिस नहीं करना चाहेंगे। फिल्म में हाथियों का भी बहुत ही शानदार तरीके से इस्तेमाल किया गया है। चक ने CGI एलिफेंट को न लेकर असली हाथियों और रियल एनिमल्स को फिल्म में शामिल किया है इसके लिए वो तालियां डिजर्व करते हैं।
फिल्म में उड़ीसा के मनोहारी जंगलों, नदियों और हाथियों को देखकर दिल खुश हो जाता है। इसके साथ ही एक्शन सीन्स काफी जबरदस्त हैं। फिल्म में जानवर और इंसान की दोस्ती के साथ ही हाथी के दांत की तस्करी के मुद्दे पर लोगों का ध्यान खींचा गया है। इस फिल्म को पुणे समाचार की ओर से 3.5 स्टार दिए जाते है।
फिल्म – जंगली
कलाकार – विद्युत जामवाल,अतुल कुलकर्णी,अक्षय ओबेरॉय,आशा भट,पूजा सावंत
निर्देशक – चक रसेल
जॉनर – ऐक्शन,थ्रिलर और अडवेंचर
स्टार – 3.5