क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया को मात दे पाएंगे केपी यादव
नई दिल्ली : पोलीसनामा ऑनलाईन – चुनाव खत्म, अब एग्जिट पोल्स भी आ गए,अब सबकी नज़र 23 मई के दिन टिकी है। उसी दिन लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम आना है। इस दौरान पूरे देश की नजरें कई हाईप्रोफाइल व चर्चित राजनेताओं के सीटों पर भी टिकी रहेंगी।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ-ज्योतिरादित्य सिंधिया की जोड़ी ने मिलकर 15 साल से जमी बीजेपी सरकार को उखाड़ कर कांग्रेसी सरकार का झंडा फहराया था। अब उन्हीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके गढ़ गुना-शिवपुरी में घेरने के लिए बीजेपी ने एक डॉक्टर को मैदान में उतारा है। डॉक्टर केपी यादव पहले कांग्रेस में ही थे और सिंधिया की जीत के राजदार रहे थे लेकिन पिछले उपचुनाव में अपनी अनदेखी के बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए। अब लोकसभा चुनाव में वे उन्हीं सिंधिया के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं। जिनके कभी वे साथ थे। 2014 के लोकसभा चुनाव को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सिर्फ सवा लाख वोटों से जीता था। यहां की 8 विधानसभा सीटों में से 3 पर बीजेपी हावी थी। ऐसे में बीजेपी को उम्मीद है कि केपी यादव के उम्मीदवार होने से यादव वोट एकतरफा बीजेपी की झोली में आ सकता है।