Wipro | विप्रो पारी ने सेंटर फॉर एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग एंड ऑटोमेशन टेक्नोलॉजीज की स्थापना के लिये कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे के साथ समझौता किया
पुणे. Wipro | 23 फरवरी, 2022 : विप्रो पारी (Wipro PARI) और भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे (College of Engineering, Pune) ने सीओईपी (COEP) में सेंटर फॉर एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग एंड ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी (Center for Advanced Manufacturing and Automation Technology) तथा रोबोटिक्स एवं ऑटोमेशन प्रयोगशाला (Robotics and Automation Laboratory) की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है। विप्रो पारी (Wipro) ऑटोमेटेड विनिर्माण प्रणाली समाधानों में विश्व की अग्रणी कंपनी है। यह कंपनी रोबोटिक्स (Robotics), मेकैट्रोनिक सिस्टम्स (Mechatronic Systems), एडवांस्ड सेंसरी सिस्टम्स (Advanced Sensory Systems) और इंडस्ट्री 4.0 स्मार्ट फैक्टरीज (Industry 4.0 Smart Factories) जैसी
अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करती है। इस समय विप्रो पारी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतीक कुमार (Prateek Kumar), प्रबंध निदेशक रंजीत दाते (Ranjit Date), रवि गोगिया (Ravi Gogia), सीईओ बोर्ड के अध्यक्ष प्रताप पवार (Pratap Pawar), निदेशक डॉ. बी.बी. आहूजा (Dr. B.B. Ahuja) और विप्रो परी के वरिष्ठ प्रबंधन उपस्थित थे।
इस एमओयू (MoU) के तहत, विप्रो-पारी (Wipro-PARI) सीओईपी मैन्युफैक्चरिंग साइंसेस बिल्डिंग में एक नये भवन की प्रायोजक होगी, जहाँ दो तल, भूतल पर विनिर्माण प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाएं, शैक्षणिक कक्षाएं, कंप्यूटर लैब्स होंगे। वहीं दोनों तल पर यहां कार्यालय मौजूद होंगे। इस भवन का नाम होगा “विप्रो-पारी सेंटर फॉर एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी’’ (Wipro-Pari Center for Advanced Manufacturing Technology)।
इसके अलावा, विप्रो पारी रोबोटिक्स (Wipro Pari Robotics) और ऑटोमेशन प्रयोगों (Automation Experiments) पर केन्द्रित एक एकीकृत विनिर्माण प्रयोगशाला की स्थापना में सहयोग देगी। इस प्रयोगशाला का नाम होगा “मंगेश काले रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन लैब’’(Mangesh Kale Robotics And Automation Lab), जिसका नाम विप्रो-पारी के संस्थापकों में से एक, दिवंगत मंगेश काले के सम्मान में रखा गया है। इन सुविधाओं के माध्यम से विप्रो-पारी एक पाठ्यक्रम और प्रयोगशालाएं बनाने में मदद करेगी, जहाँ अत्याधुनिक विनिर्माण प्रौद्योगिकियाँ होंगी और परियोजनाओं तथा कारखानों के दौरों द्वारा प्रोफेसरों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
इस समझौता ज्ञापन पर विप्रो इंफ्रास्ट्रक्चर इंजिनियरिंग (Wipro Infrastructure Engineering) के सीईओ प्रतीक कुमार ने कहा की “इस एमओयू के साथ हमारा लक्ष्य है विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिये रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और इंडस्ट्री 4.0 जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों का ज्ञान और कुशलताएं हासिल करना आसान बनाना। शैक्षणिक संस्थानों के लिये ऐसे उत्कृष्टता केन्द्र और प्रयोगशालाएं स्थापित करना महत्वपूर्ण है, जो पर्याप्त अवसर दें, ताकि विद्यार्थी भारत को विनिर्माण में अग्रणी के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। इसके लिये हम सीओईपी के साथ भागीदारी करके बहुत खुश हैं।”
विप्रो पारी के प्रबंध निदेशक रंजीत दाते ने कहा की “मैं खुद सीओईपी का भूतपूर्व छात्र होने के नाते अपनी मातृ संस्था के साथ भागीदारी करने पर गर्व का अनुभव कर रहा हूँ, जिससे हमारी इंजीनियरिंग की प्रतिभा को जरूरी ज्ञान मिलेगा और युवा इंजीनियर उन्नत विनिर्माण प्रौद्योगिकियों में कॅरियर बनाने के लिये प्रेरित होंगे।”
सीओईपी (COEP) में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (Board of Governors) के चेयरमैन प्रताप पवार ने कहा की “हम उद्योग तथा अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ गठबंधन के माध्यम से सीओईपी को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहे हैं।”
सीओईपी के निदेशक डॉ. बी.बी. आहूजा ने कहा की “सीओईपी हमेशा से उद्योग के साथ गठजोड़ का इच्छुक रहा है, ताकि नवीनतम, अत्याधुनिक और भविष्य का पाठ्यक्रम, सुविधाएं तथा शोध सुनिश्चित हो सके। इस गठजोड़ ने हमें इस क्षेत्र के वैश्विक अग्रणी विप्रो-पैरी के साथ भागीदारी करने का सुअवसर दिया है।”