संवाददाता, पिंपरी। महामारी कोरोना का संक्रमण कम होने और मरीजों की संख्या घटने के बाद पिंपरी चिंचवड़ मनपा द्वारा शहर में जारी निर्बन्धों में शिथिलता लायी है। इसके अनुसार सुबह 7 से दोपहर दो बजे तक अत्यावश्यक सेवाओं के साथ सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी है। इसका आदेश जारी होने के पहले ही दिन पिंपरी मार्केट में सोमवार को लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सोशल डिस्टन्टिंग और कोविड नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गईं। इस पर नियंत्रण रखने के लिए न तो मनपा की कोई यंत्रणा यहां कार्यरत थी न ही सड़कों पर लाइसेंस, मास्क और ट्रॅफिक नियमों की उलाहना करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करनेवाली पुलिस की तैनाती रही।
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मरीजों की संख्या घटने के बावजूद महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने लॉकडाउन की मियाद को 15 जून तक बढ़ा दिया है। हालांकि पॉजिटिविटी रेट के अनुसार स्थानीय प्रशासन को निर्बन्धों में सहूलियत देने की आजादी दी गई है। इसके अनुसार पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों में सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। हालांकि तीन बजे के बाद बिना किसी ठोस वजह के घरों से बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है। बीती देर शाम निर्बन्धों में शिथिलता लाने के आदेश जारी किए गए। हालांकि इसके पहले ही दिन लोगों ने कोरोना की रोकथाम के लिहाज से सोशल डिस्टन्टिंग समेत अन्य नियमों को तार तार कर दिया। पिंपरी चिंचवड़ का मेन बाजार समझे जानेवाले पिंपरी मार्केट में सोशल डिस्टन्टिंग और ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई।
आज सुबह से ही सब्जी मंडी से लेकर किराना और मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तक की दुकानों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी रही। पिंपरी मार्केट की दुकानों और सड़कों पर उमड़ी भीड़ से ऐसा लग रहा था कि मानों मार्केट फिर कभी खुलेगा ही नहीं। भीड़ नियंत्रण रखने के लिए मनपा, पुलिस या प्रशासन की कोई यंत्रणा कार्यान्वित नजर नहीं आयी। यहां तक कि ट्रैफिक कंट्रोल में जुटी रहनेवाली ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी या वार्डन भी नदारद नजर आए। पिंपरी मार्केट जैसे हाल पुणे समेत राज्य के अन्य हिस्सों में भी नजर आए। इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चेतावनी दी है कि अगर यही आलम रहा और लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे तो सबकुछ बंद कर पुनः कड़े निर्बन्धों को लगाना पड़ेगा।
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