बिना बैंड-बाजे के निकलेगी भगवान श्रीराम की बरात, 71 वर्षों में पहली बार ऐसी ‘खामोशी’
गया. ऑनलाइन टीम : भारतीय संस्कृति में अनेक रीति-रिवाज, परंपराएं ऐसी रहीं हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्हें विधिवत किए बिना न तो विवाह संपन्न हो सकता है और न ही इंसान को मोक्ष मिल सकता है। पिछले ढाई माह से कोरोना के प्रकोप और शासन…