कोरोना की पड़ी छाया… मानवरहित गगनयान परियोजना रद्द, अब यह 2021 में उड़ान भरेगा
नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – मानवरहित गगनयान परियोजना को रद्द कर दिया गया है। अब यह 2021 में उड़ान भरेगा। मिशन को मूल रूप से इस वर्ष के अंत में निर्धारित किया गया था। सूत्रों के अनुसार गगनयान के अंतर्गत व्योममित्र प्रोटोटाइप को स्पेस में ले जाने वाला मिशन अब साल 2021 में हो सकेगा, इतना ही नहीं कोरोना महामारी के चलते भारत के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चंद्रयान-3 में भी देरी होगी। माना जा रहा है कि इसरो फिर से प्लांस की रिशेड्यूलिंग कर रहा है।
अन्य योजनाओं पर काम : इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने टीओआई को बताया, ‘वर्तमान परिस्थितियों के साथ, इस वर्ष मानव रहित उड़ान संभव नहीं हो सकती है। हम लगभग पांच से छह मिशनों की योजना बना रहे हैं, जिसमें GiSAT-1 भी शामिल है जिसका प्रक्षेपण इस साल की शुरुआत में स्थगित कर दिया गया था। इन मिशनों का विवरण बाद में सार्वजनिक किया जाएगा।’ सिवान ने कहा “ यदि कोविड प्रभाव आगे भी जारी रहता है, तो हमें अपनी कुछ योजनाओं को फिर से आगे बढ़ाना पड़ सकता है।
अब ऐसा होगा : दें कि गगनयान के लिए इसरो की तैयार योजनाओं के अनुसार, मानव उड़ान से पहले दो मानव रहित उड़ानें कराई जानी है, जो मनुष्यों को जहाज पर भेजने से पहले सभी प्रणालियों का परीक्षण करेगी। अब, पहली मानवरहित उड़ान के स्थगित होने का मतलब होगा कि इसरो को अगले साल दो मानवरहित मिशन शुरू करने होंगे।
जानें, गगनयान का उद्देश्य क्या है-
– इससे देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के स्तर में वृद्धि होगी।
– यह एक राष्ट्रीय परियोजना है, जिसमें कई संस्थान, अकादमिक और उद्योग शामिल हैं।
– यह औद्योगिक विकास में सुधार तथा युवाओं के लिये प्रेरणास्रोत साबित होगा।
– इससे सामाजिक लाभ के लिये प्रौद्योगिकी का विकास तथा अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में सुधार होगा।