वेंटिलेटर टेंडर मंजूरी के लिए स्वास्थ्य अधिकारी ने मांगे 15 लाख रुपये; 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए ACB ने रंगेहाथ धरा

Pune ACB Trap Case

ठाणे : कोरोना पूरी दुनिया में फैल चुका है। हजारों लोगों को अभी एक साधारण बेड भी नहीं मिल रहा है। कई लोगों को वेंटिलेटर की सख्त जरूरत है। ऐसे समय में, एक ऐसी घटना घटी है जो मानवता के लिए एक कलंक है। ऐसे में वेंटिलेटर टेंडर मंजूरी के लिए 15 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की और 5 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार करनेवाले को एंटी करप्शन विभाग ने जाल बिछाकर गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया।

स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजू केरबा मुरुडकर को एसीबी ने गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता एक कंपनी का संपर्क अधिकारी है। ठाणे मनपा ने वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिए एक टेंडर जारी किया था। यह टेंडर मंजूर कर के देता हूँ, ऐसा कहते हुए डॉ. राजू मुरुडकर ने शिकायतकर्ता से कुल टेंडर राशि का 10 प्रतिशत यानी कि 15 लाख रुपये रिश्वत की मांग की। इसके बाद शिकायतकर्ता एसीबी के पास गया। जांच के दौरान डॉ. मुरुडकर पहली किस्त के रूप में 5 लाख रुपये स्वीकार करने के लिए सहमत हुए। इसके अनुसार  गुरुवार रात 8.30 बजे जाल बिछाया गया। शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये लेते हुए  डॉ. मुरुडकर को रंगे हाथ एसीबी ने पकड़ा।

डॉ मुरुडकर के खिलाफ लोगों की ढेर सारी शिकायतें थीं। हालांकि, ठाणे के मनपा आयुक्त और शिवसेना नेताओं ने हमेशा इसे नजरअंदाज किया। इसीलिए अब वह मृतकों का सौदा करने की घटना को अंजाम दे रहा था, यह टिप्प्णी मनसे और भाजपा नेता कर रहे हैं।