24 घँटे के भीतर पिंपरी चिंचवड़ में मिले 11 और कोरोना ग्रस्त अब तक कुल 96 पॉजिटिव मरीज; अब तक 29 हुए कोरोना मुक्त
पिंपरी। संवाददाता – लॉक डाउन का कड़ाई से अनुपालन कराने के जरिए लोगों को वैश्विक जानलेवा महामारी कोरोना से बचाने में जुटी पुलिस जिसे सरकार ने कोरोना वॉरियर्स की संज्ञा दी है, पर हमला करने की घटनाएं शर्मसार कर रही हैं। इस कड़ी में पिंपरी चिंचवड से एक और मामला जुड़ गया है, जिसमें बेवजह घर से बाहर घूमने से टोकने पर पुलिसवाले पर हमला किया गया है। कालेवाडी में सोमवार की शाम साढ़े पांच बजे के करीब एक मस्जिद के सामने यह घटना घटी जिसमें पुलिस में तीन लोगों को नामजद किया है।
इस बारे में पुलिस कर्मचारी शंकर कलकुटे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार पिंपरी चिंचवड़ की वाकड पुलिस ने युनूस गुलाब आत्तार, मतीन युनूस आत्तार, मोईन युनूस आत्तार (सभी निवासी श्रीकृष्ण कालोनी, कालेवाडी, पुणे) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 426/2020 के अंतर्गत 353, 332, 504, 506, 188, 269, 270, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब हो कि शिकायतकर्ता शंकर विश्वसर कलकुटे पिंपरी चिंचवड़ मनपा के अतिक्रमण विभाग में बतौर सिपाही के तैनात हैं।
वाकड थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ विवेक मुगलीकर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कोरोना की रोकथाम के लिए समस्त पिंपरी चिंचवड़ शहर में संचारबन्दी लागू की गई है। लोगों को बेवजह घरों से बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है। इस बारे में जारी किए गए आदेश का उल्लंघन कर युनुस गुलाब अत्तार कालेवाडी में मस्जिद के सामने बेवजह रास्ते पर घूम रहा था। इस दौरान गश्त कर रहे पुलिस कर्मचारी शंकर कलकुटे ने उसे घर से बाहर निकलने का कारण पूछा तो वह उनसे लड़ने और विवाद करने लगा।
इसके बाद उसके दो युवा लडके भी पुलिस कर्मचारी से झगडने लगे। बात बढ़ती चली गई और मतिन अत्तार ने पुलिस कर्मचारी का डंडा छीन लिया और उनपर हमला कर दिया। तीनों आरोपियों ने मिलकर पुलिस कर्मचारी शंकर कलकुटे के साथ मारपीट की और उनको जान से मारने की धमकी दी। वाकड पुलिस में पिता और दो पुत्रों पर अपराध दर्ज किया गया है। मामले की जांच सहायक पुलिस निरिक्षक सपना देवतले कर रही हैं। बहरहाल यह पूरी वारदात इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है जिसका फूटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पुलिस पर हमला करने की इस घटना की कड़ी निंदा की जा रही है।