सावधान! मार्केट में पाउडर मिलाकर बेचा जा रहा है सस्ता सोना! ज्वेलर्स की ठगी से ‘ऐसे’ बचें

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नई दिल्ली : पुलिसनामा ऑनलाइन –त्योहारों का सीजन जोरों पर है. कुछ ही दिनों में दिवाली है और उसके बाद शादियों का दौर शुरू होने जा रहा है. इसके मद्देनजर सराफा बाजारों और बड़ी-बड़ी ज्वेलर्स शॉप पर सोना खरीदी के लिए ग्राहकों की तादात बढ़ने लगी है. हालांकि इन दिनों सोने के भाव आसमान छू रहे है, इसलिए हर साल की अपेक्षा इस बार सोना खरीदी में कमी देखी जा रही है. ऐसे में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई ज्वेलर्स द्वारा ज्वेलरी पर तरह-तरह के डिस्काउंट और लकी ड्रॉ ऑफर दिए जा रहे हैं. लेकिन कुछ ज्वेलर्स इसकी आड़ में आपको चपत लगा रहे हैं. हाल ही में खुलासा हुआ है कि कम भाव में ग्राहकों को मिलावटी सोना बेचा रहा है.

खास पाउडर मिलाकर, बेचा जा रहा है मिलावटी सोना
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में इस तरह की ठगी के मामले सुनने में आ रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया ही कि, सोने के गहनों में एक विशेष प्रकार का पाउडर मिलाकर बेचा जा रहा है. यह पाउडर बिलकुल सोने में मिलता है. बताया यह तक जा रहा है कि, सोने की कई जांच के बाद भी मिलावट का पता नहीं चल पाता. बताया जा रहा है कि, गहनें को पूरी तरह गलवाने पर ही सोने में मिलावट का पता चल सकता है. ज्वेलर्स द्वारा यह सीमेंट जैसा पाउडर विदेश से भारत बुलवाया जा रहा है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि, चांदनी चौक के कूचा महाजनी में द बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट योगेश सिंघल ने भी स्वीकार किया है कि, उन्हें भी इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं.

इसलिए सोना खरीदने से पहले आप भी ध्यान रखे कि, कहीं आप भी तो ठगी का शिकार नहीं बनने जा रहे हैं. इसलिए सोना खरीदने से पहले इन बातों का जरूर ध्यान रखें…

>> हॉलमार्क वाली ज्वेलरी ही खरीदें:
सोना खरीदते वक्त हमेशा हॉलमॉर्क अंकित ज्वेलरी ही खरीदें. भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दिए गया यह  निशान ज्वेलरी की शुद्धता की ग्यारंटी देता है. अगर हॉलमार्क वाले आभूषण पर 999 लिखा है, तो समझिए सोना 99.9 फीसदी शुद्ध है. अगर, हॉलमार्क के साथ 916 अंकित है, समझिए आभूषण 22 कैरेट का है और 91.6 फीसदी शुद्ध है.

>> कीमतों का रखे ध्यान :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोल्ड ज्वेलरी हमेशा 24 कैरेट गोल्ड से नहीं बनती है. इसमें 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल होता है और यह 24 कैरेट गोल्ड से सस्ती होती है. इसलिए आप ध्यान रखें कि ज्वेलर्स आपसे 22 कैरेट के अनुसार तो पैसा नहीं ले रहा है. इसलिए गहनों के बिल पर सोने की शुद्धता और इसकी कीमत को जरूर लिखवाएं.

>> हमेशा बिल की पक्की रसीद ही लें:
कुछ लोग सोने का सिक्का या ज्वेलरी खरीदते समय कच्ची पर्चियां लेकर कुछ पैसा बचाने का तरीका अपनाते हैं. लेकिन यह आपके लिए नुकसान दायक हों सकता है. क्योंकि ऐसा कई बार होता है कि खुद ज्वेलर्स ही अपने द्वारा लिखी गई पर्चियों को नहीं पहचान पातें. इसलिए पक्का बिल लेना ही फायदे का सौदा है.

>> शुद्धता प्रमाणपत्र जरुर लें :  जब भी आपन गोल्ड ज्वेलरी खरीदते हैं, उस समय ज्वेलरी का सर्टिफिकेट जरुर लें. साथ ही सर्टिफिकेट में गोल्ड की कैरेट क्वॉलिटी की भी जरूर जाँच कर लें.

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