सीबीएसई बोर्ड एक कदम आगे, अब चेहरा दिखाते ही डाउनलोड होंगे सर्टिफिकेट और मार्कशीट

0

पटना : ऑनलाइन टीम – अब वह जमाना गया, जब एक-एक प्रमाण-पत्र को लोग संभालकर ताजिंदगी रखते थे। अगर उसके चिथड़े भी हो जाएं, तो मिल्कियत मान कर उसे सुरक्षित रखा जाता था। समय के साथ तकनीक का दौर आया तो कागजातों को संभालने की मशक्कत कम हो गई। अब तो डिजिलॉकर का जमाना है और इस पर सरकार ने भी मुहर लगाई है। डिजिलॉकर को लेकर भी लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। सीबीएसई बोर्ड ने इस दिशा में पहल करते हुए अब फेशियल रिकॉगनिशन सिस्टम शुरू किया है। सीबीएसई की यह सुविधा देश-विदेश में रहने वाले किसी भी छात्र मिल सकती है।

छात्र किसी भी कोने से यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा जो छात्र अपना आधार कार्ड, मोबाइल नंबर आदि भूल जाते है तो चेहरा दिखाकर डिजिलॉकर से प्रमाण पत्र निकाल सकते हैं। इसकी सहायता से छात्र बिना मोबाइल व आधार नंबर से भी अपना सर्टिफिकेट और मार्कशीट डिजिलॉकर से डाउनलोड कर सकते हैं। डिजिलॉकर में मौजूद डेटाबेस के डिजिटल इमेज से छात्र का चेहरा मैच होने पर कंप्यूटर उसे सर्टिफिकेट डाउनलोड करने की सहूलियत देगा। मतलब, 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी अपना चेहरा दिखाकर भी डिजिलॉकर से सर्टिफिकेट और मार्कशीट निकलवा सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस सिस्टम के माध्यम से अगर छात्र डिजिलॉकर का अपना पासवर्ड या मोबाइल नंबर भूल भी जाते हैं तो उन्हें दिक्कत नहीं होगी। छात्र इस सिस्टम में अपना चेहरा दिखायेंगे। सिस्टम छात्र के चेहरे को एडमिट कार्ड के फोटो से तुरंत मिलान कर लेगा। इसके बाद छात्र अपना डिजिलॉकर खोल पायेंगे।

जानें, क्या है डिजिलॉकर : डिजिटल लॉकर स्कीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इंटरनेट आधारित इस सेवा के जरिये आप जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन रख सकते हैं। इसके लिए आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए। आधार नंबर के इस्तेमाल से आप अपना डिजिटल लॉकर खोल सकते हैं। इसका मकसद दस्तावेजों के कागजी रूप को कम करना है। इसके अलावा इससे एजेंसियों के बीच ई-दस्तावेजों के आदान-प्रदान का चलन बढ़ाना भी एक मकसद है।

देशभर से 12 करोड़ से अधिक दसवीं और 12वीं के विद्यार्थी का मार्कशीट, प्रवेश पत्र, सर्टिफिकेट डिजिलॉकर में रखा हुआ है। कई बार छात्र अपना डिजिलॉकर का पासवर्ड भूल जाते हैं। इससे छात्र डिजिलॉकर का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। इसको लेकर बोर्ड ने यह सुविधा छात्रों को दी है। यह सिस्टम बोर्ड वेबसाइट परिणाम मंजूषा और www.digilocker.gov.in/cbse-certificate.html पर है। इसे छात्र देख सकते हैं।

You might also like
Leave a comment