भाईदूज के दिन बहन-भाई ने लिया खतरनाक निर्णय, जान देने के लिए पी ली जहर

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जलगांव, 18 नवंबर – मां पिता के साथ हुए पारिवारिक विवाद में बहन और भाई ने जहर खाकर जान देने का प्रयास करने की घटना भाईदूज के दिन शाम को साढ़े 6 बजे जलगांव के भादली में घटी। इस घटना में बहन अश्विता विजय कोली (19 ) की जहर खाने से मौत हो गई जबकि विश्वजीत विजय कोली (21 ) का शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इस मामले में तालुका पुलिस स्टेशन में बहन की मौत को लेकर आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया गया है।

इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भोळाने के विजय कोली एसटी महामंडल से कंडक्टर के रूप में रिटायर हुए है। वह मुंबई में नौकरी करते थे। उनके दो बेटे और एक बेटी थी। तीनों बच्चे पढाई के लिए उल्हासनगर में रहते थे। विश्वजीत आर्किटेक्चर की पढाई कर रहा है। उसका बड़ा भाई देवेश कोली (23 ) छोटी बहन अश्विता उनके साथ रहते थे। कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगा और उसके बाद तीनों भाई बहन उल्हासनगर के भोळाने में रहने आये थे।

सोमवार 16 नवंबर को पाड़वा और भाईदूज का दिन था। इस दिन विश्वजीत को पढाई से निराशा हुई। उनसे कहा कि पढाई में मन नहीं लग रहा है। इसे लेकर उसका मां और पिता से विवाद हो गया। विवाद के बाद उसने फवारणी के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा खा ली। इसके दस मिनट के बाद बहन अश्विता ने भी घर से बाहर जाकर जहर खा लिया। यह बात परिवार को पता चली तो दोनों को प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन अश्विता को डॉ. ने मृत घोषित कर दिया। विश्वजीत का शहर के अपैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

बहन की मौत की जानकारी नहीं
इलाज करा रहे विश्वजीत को अभी तक परिवार ने बहन की मौत की जानकारी नहीं दी है। घटना की जानकारी मिलने पर तालुका पुलिस हॉस्पिटल पहुंचकर विश्वजीत का बयान लिया। उसने बताया कि पढाई से निराश होने की वजह से उसने यह कृत्य किया। लेकिन उसकी बहन ने जहर क्यों खाया बता नहीं पाया। अश्विता का पोस्टमार्टम कर शव परिवार को सौंप दिया गया है। भाईदूज के दिन घटी घटना से परिवार में मातम पसर गया है। हेड कांस्टेबल साहेबराव पाटिल मामले की जांच कर रहे है।

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