वैक्सीन निर्मिति के लिए एचए को मनपा देगी आर्थिक आधार

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25 करोड़ की निधि देने का फैसला; स्थायी समिति सभापति नितीन लांडगे की जानकारी
संवाददाता, पिंपरी। पिंपरी चिंचवड़ स्थित हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स कंपनी में कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के लिए 25 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने के एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव को मनपा की स्थायी समिति की बैठक में सर्वदलीय सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई। पिंपरी-चिंचवडकर ने अब वैक्सीन उत्पादन के मामले में ‘आत्मनिर्भरता’ की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है, यह जानकारी स्थायी समिति सभापति एड नितिन लांडगे ने दी है।
       
पिंपरी-चिंचवड़ मनपा क्षेत्र में कोरोना वैक्सीन की कमी है। मांग की तुलना में टीकों की आपूर्ति बहुत कम है। नतीजतन, शहर के कई हिस्सों में टीकाकरण केंद्र बंद कर दिए गए हैं। इस बीच हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स कंपनी के प्रबंधन ने केंद्र सरकार को कोरोना वैक्सीन बनाने की अनुमति के लिए प्रस्ताव भेजा है। साथ में यह मांग की गई है कि पिंपरी चिंचवड़ मनपा की ओर से कंपनी को आवश्यक व्यवस्था स्थापित करने के लिए निधि उपलब्ध कराए।इस पर स्थायी समिति और सर्वदलीय जनप्रतिनिधि- पदाधिकारियों ने तत्काल निर्णय लिया है।
 
इस बारे में एड नितीन लांडगे ने बताया कि, अगर एचए कंपनी कोरोना वैक्सीन विकसित करती है, तो इससे शहर में वैक्सीन की कमी को कम करने में मदद मिलेगी। भाजपा के शहराध्यक्ष व विधायक महेश लांडगे ने कंपनी प्रबंधन व मनपा प्रशासन के बीच अनुबंध के लिए आवश्यक वित्तीय व्यवस्था करने की कार्रवाई की करने के लिए पत्र भेजा था। विधायक लक्ष्मण जगताप के मार्गदर्शन में हमने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल फैसला लिया है। इस बारे में कंपनी प्रबंधन के साथ 17 मई को पहली बैठक हुई जिसके दूसरे दिन कंपनी ने प्रस्ताव भेजा।
कंपनी से प्रस्ताव मिलने के बाद स्थायी समिति के अध्यक्ष एड.  नितिन लांडगे ने विधायक महेश लांडगे के साथ नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस को पत्र सौंपा। उन्होंने सिर्फ एक हफ्ते में इस समस्या का समाधान कर दिया गया है। मनपा आयुक्त राजेश पाटिल को एचए कंपनी के साथ करार करने और मनपा को टीकों की आपूर्ति कराने के सर्वाधिकार दिए गए हैं।  हम यह भी मांग करेंगे कि कंपनी द्वारा उत्पादित पहले चरण के सभी उत्पाद पिंपरी चिंचवड़ मनपा को उचित मूल्य पर दिए जाएं। अगले दो हफ्तों में एक अंतिम योजना और करार की उम्मीद है। यदि सभी अनुमति और केंद्रीय वित्त पोषण समय पर प्राप्त हो जाते हैं तो जुलाई के अंत या अगस्त के महीने तक कोरोना वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा, यह विश्वास स्थायी समिति के अध्यक्ष एड  नितिन लांडगे ने व्यक्त किया।
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