Lockdown : मां ने वीडियो कॉल के जरिये देखा बेटा का अंतिम संस्कार

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वसई : समाचार ऑनलाइन – पिछले दो महीनों से पूरे देश में लॉकडाउन चल रही है। इस दौरान कई कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी ही दिल दहला देने वाली घटना वसई से सामने आई। दरअसल घर में अकेले रहने वाले एक 42 वर्षीय शख्स की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उनके घरवाले और सभी रिश्तेदार दिल्ली और कोलकाता में रहते है। ऐसे में उनका आना असंभव था। बाद में उनके परिवार की अनुमति से पुलिस ने उनका अंतिम संस्कार किया। इस दौरान मृतक की मां, बहन और भाइयों ने वीडियो कॉल के जरिये उनका अंतिम संस्कार देखा।

विरार के फूलपाड़ा इलाके के रहने वाले प्रमोद अयोध्या प्रसाद खारे (42) का बुधवार सुबह उनके घर पर निधन हो गया। प्रमोद एक पेशे से एक दलाल था, दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गयी। चूंकि वह घर में अकेला रहता था, इसलिए काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, इसलिए जब उसके दोस्तों ने खिड़की से अंदर देखा, तो वह मृत पाया गया। जिसके बाद उसके दोस्तों ने तुरंत विरार पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसके परिवार से संपर्क किया। लेकिन चूंकि उनके सभी रिश्तेदार दिल्ली और कोलकाता में थे, इसलिए वह लॉकडाउन के कारण मुंबई नहीं आ सके। पुलिस से अनुमति मिलने के बाद भी उनके अंतिम संस्कार के लिए तुरंत आना संभव नहीं था। आखिरकार प्रमोद के भाई ने पुलिस को अंतिम संस्कार करने की अनुमति दी। विरार पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर सुभाष दादराव शिंदे ने दाह संस्कार की जिम्मेदारी ली और कल दोपहर को विरार के विराटनगर कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया।

पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए ईमेल के जरिए प्रमोद के भाइयों से भी अनुमति ली। अंतिम संस्कार की पूरी लागत का भुगतान शिंदे ने ही किया। प्रमोद खरे के अंतिम संस्कार और अंतिम संस्कार की सभी रस्में उनकी मां, भाई और बहन को वीडियो कॉल के माध्यम से दिखाई गईं। प्रमोद की मौत से उनका परिवार दुखी है।

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