बिना नाम लिए पाकिस्तान को खरी-खोटी, भारत ने कहा- आतंकवाद का खुलेआम समर्थन ‘इस’ देश की फितरत

February 25, 2021

न्यूयार्क. ऑनलाइन टीम : पेरिस में इस वक्त फाइनेंशियल टास्क फोर्स, यानी FATF की मीटिंग चल रही है। इसमें पाकिस्तान के ग्रे लिस्ट में रहने या ब्लैक लिस्ट होने पर शीघ्र ही फैसला आने की उम्मीद है। इसके पहले सिक्योरिटी काउंसिल में पाकिस्तान के खिलाफ बयान और सबूत देकर भारत ने साबित कर दिया है कि आतंकवाद कितनी गंभीर समस्या है और इसको रोकने के लिए पाकिस्तान सरकार ने अब तक कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की है। अगर पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में ही बना रहता है तो भी उसके लिए परेशानियां काफी बढ़ जाएंगी। अगर वो ब्लैक लिस्ट होता है तो उस पर दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगेगा। पाकिस्तान दो साल से ग्रे लिस्ट में है।

भारत के डिप्टी परमानेंट रिप्रेजेंटटेटिव के नागराज नायडू ने पाकिस्तान का नाम तो नहीं लिया, लेकिन  संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में साफ कर दिया कि  भारत कई दशकों से प्रॉक्सी वॉर और क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म का सामना कर रहा है। वहां की सरकार आतंकवाद का खुलेआम समर्थन करती है और दहशतगर्दी को मदद मुहैया कराती है। इन आतंकियों के ट्रेनिंग, फंडिंग, खुफिया जानकारी और हथियार दिए जाते हैं, ताकि वे हमारे देश में हिंसा फैला सकें।

नायडू ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा- कुछ देश भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर छेड़े हुए हैं। ये देश आतंकवादी गुटों को हर तरह की मदद और पैसा देते हैं। दुनिया के सभी देशों को इस तरह के मुल्कों का मिलकर सामना करना होगा। यह सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि आतंकवाद के खिलाफ हम मिलकर जंग लड़ें।

उन्होंने कहा, “मुंबई में वर्ष 1993 का मुंबई हमला हो या फिर 2008 में 26/11 का हमला या फिर पठानकोट और पुलवामा में हुआ आतंकवादी हमला हो। दुनिया ने देखा है कि भारत लगातार इस तरह के आतंकवादी हमले का शिकार होता रहा है।“ उन्होंने कहा कि इस तरह के आतंकवादियों के हमले के जवाब में आत्मरक्षा का अधिकार लागू होता है। उन्होंने कहा कि यह मायने नहीं रखता है कि आत्मरक्षा के अधिकार के लिए हमले का स्रोत फिर चाहे स्टेट का हो या नॉन स्टेट का।

भारतीय प्रतिनिधि नायडू ने कहा कि आतंकवादी समूह दूसरे देश की संप्रभुता की आड़ लेते हैं और किसी दूसरे देश में हमला करते हैं। ऐसे में बहुत से देशों का मानना है कि इन आतंकवादी समूहों के खिलाफ आत्मरक्षा का अधिकार लागू होता है। भारत ने इसी अधिकार के तहत पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों के खिलाफ बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।