फजीहत के बाद फैसला…‘अभिनंदन’ की रिहाई का सच उगलने वाले पूर्व स्पीकर को सजा देगी इमरान सरकार
इस्लामाबाद. ऑनलाइन टीम – ‘अभिनंदन’ मामले में अपने ही देश के संसद में हुई फजीहत के बाद अब इमरान सरकार ने नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक को सच बोलने की सजा देने का मन बना लिया है। सरकार में सूचना मंत्री शिबली फराज ने धमकी भरे लहजे में कहा-उन्होंने जो गलती की है, उसके लिए माफी नहीं दी जा सकती है और इसकी सजा दी जाएगी। हालांकि पाकिस्तान में यह नया नहीं है, सेना से पंगा लेने वालों को अक्सर अपनी जान गंवानी पड़ती है या फिर यातनाओं से उनकी जिंदगी को जहन्नुम बना दिया जाता है। आने वाले समय में अयाज के साथ भी ऐसा ही हो सकता है। पीएमएल-एन नेता अयाज सादिक के खिलाफ लाहौर के सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने आवेदन को लीगल डिपार्टमेंट में सलाह के लिए भेजा है।
इस फैसले से समझा जा सकता है कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की क्या औकात है। इमरान और सादिक का रिश्ता वर्षों पुराना है। दोनों ने लाहौर के प्रसिद्ध ऐचिसन कॉलेज में साथ पढ़ाई की थी। सादिक को नवाज शरीफ के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक माना जाता है। उन्हें 2013 में नेशनल असेंबली का स्पीकर चुना गया था, लेकिन अफसोस वे चाहकर भी सादिक की तरफदारी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि अंजाम वे भी जानते हैं।
बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के दुस्साहस का जवाब देते हुए भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया था। हालांकि, ‘डॉग फाइट’ में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह से उन्होंने सफलतापूर्वक इजेक्ट किया और उन्होंने पीओके में लैंड किया था। पाकिस्तान ने भारत के दबाव और प्रतिक्रिया से डरकर अभिनंदन को रिहा करने का फैसला किया था। पाकिस्तान के सांसद अयाज सादिक ने भी इसकी पुष्टि की है। सादिक ने कहा कि भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर बुलाई गई बैठक में खुद पीएम इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया था। उसमें पाक आर्मी चीफ आए तो मगर उनके पैर कांप रहे थे और चेहरे पर पसीना था, कहीं भारत अटैक न कर दे।