घरेलू गैस उपभोक्ताओं के खाते में नहीं आ रही सब्सिडी, आगे की स्थिति भी स्पष्ट नहीं  

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नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : लोगों की एजपीजी सब्सिडी बहुत ही कम आ रही है या नहीं आ रही है जिससे वे परेशान है। इसकी वजह यह है कि घरेलू गैस के दाम इतने कम हो गए हैं कि इस साल मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर और अब अक्टूबर में भी ग्राहकों को सब्सिडी बहुत कम मिली है। खातों में 37 रुपये नाम मात्र की सब्सिडी मिली है। गौर हो कि सरकार द्वारा सब्सिडी में लगातार की गई कटौती से इस साल मई से ही सब्सिडी और बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत करीब-करीब बराबर हो गई है। सरकार सब्सिडी के रूप में सब्सिडी और बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में अंतर को ग्राहक के खाते में डालती है।

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में कमी और डोमेस्टिक रीफिल रेट बढ़ने से सब्सिडी वाले सिलिंडर और कमर्शियल सिलिंडर की कीमत बराबर हो गई थी, इस कारण यह स्थिति आई, लेकिन आगे के बारे में भी कोई पुख्ता जानकारी नहीं, इसलिए उपभोक्ता परेशान हैं। देखा जाए तो रसोई गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी में पिछले एक साल से लगातार कटौती की जा रही है। सब्सिडी वाला सिलेंडर 100 रुपये महंगा हो गया है। इसके साथ ही इस पर मिलने वाली सब्सिडी शून्य हो गई है। गैस सिलेंडर का बाजार मूल्य या बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत काफी कम हो गई है। इस बीच सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमतों में इजाफा हुआ है। ऐसे में दोनों सिलेंडरों के बीच कीमत का अंतर लगभग खत्म हो गया है।

ऑयल कंपनियों ने इस महीने गैस सिलिंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी की है लेकिन सब्सिडी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। कई उपभोक्ताओं ने इस महीने बढ़ी हुई कीमत पर सिलिंडर बुक कराया लेकिन उनके खाते में सब्सिडी नहीं पहुंची। दिल्ली में 14.2 किलो वाले गैस सिलिंडर की कीमत दिसंबर में बढ़कर 644 रुपये हो गई है जो नवंबर में 594 रुपये थी। पांच महीनों के बाद गैस की कीमतों में इजाफा किया गया था। जुलाई से गैस सिलिंडर की कीमतें नहीं बदली थीं।

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