रिसीव करने से पहले ही मालूम होगा कि क्यों कोई कर रहा है आपको फोन

0

नई दिल्ली . ऑनलाइन टीम – विज्ञान और तकनीक के इस युग में बदलावों का दौर लगातार जारी है, खासकर संचार क्षेत्र में। स्मार्ट फोन आने के बाद सुविधाओं में काफी विस्तार हुआ है। अब Truecaller ने एक ऐसा फीचर पेश किया है, जो पहले ही बता देगा कि आपको कोई क्यों कॉल कर रहा है? आसान शब्दों में कहें तो जैसे ही कोई कॉल करेगा तो डिस्प्ले में कॉलर के नाम के नीचे कॉल करने की वजह भी टेक्स्ट के तौर पर लिखी आएगी, हालांकि यह तभी संभव है जब कॉल करने वाला कॉल करने की वजह के बारे में बताना चाहे। ट्रूकॉलर का यह फीचर काफी हद तक गूगल वेरिफाइड कॉल की तरह है, हालांकि इसकी फिलहाल टेस्टिंग हो रही है, लेकिन एप के आने के बाद ट्रूकॉलर की मुसीबत बढ़ जाएगी, क्योंकि गूगल का एप डिफॉल्ट रूप से फोन में मिलेगा।

कंपनी ने इस फीचर की जानकारी देते हुए बताया कि यह दुनियाभर में साल 2020 का बहु प्रतीक्षित फीचर है। यह कॉलर आईडी फीचर का एक विस्तार है, जो कि आपकी कॉल के साथ एक नोट लेकर आता है जो कि कॉल प्राप्त करने वाले शख्स को कॉल उठाने से पहले नज़र आएगा। यह नोट यूज़र को जानकारी देगा कि उन्हें वो कॉल किस मकसद से किया जा रहा है। वहीं, यदि यूज़र कॉल को मिस कर देते हैं, तो भी उन्हें मिस कॉल के साथ यह नोट Truecaller में नज़र आएगा।

आपको बता दें, ट्रू कॉलर का कॉल रिज़न फीचर फिलहाल एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए ज़ारी किया गया है, हालांकि iOS यूज़र्स के लिए इस फीचर को अगले साल की शुरुआत में पेश किया जएगा। ट्रूकॉलर ऐप में कुछ प्रीडिफाइन रिज़न्स दिए गए होंगे, जिन्हें आप ट्रूकॉलर ऐप का उपयोग करके नंबर डायल करने से पहले चुन सकते हैं। ऑल्टरनेटिवली आप कस्टम रूप से भी नोट को लिख सकते हैं। रेगुलर कॉलर के अलावा, बिजनेस कॉल करने वालों के लिए ट्रूकॉलर का यह कॉल रिज़न फीचर काफी उपयोगी होगा, वह कॉल से पहले कस्टमाइज्ड टेक्स्ट के जरिए कॉल का कारण सेट कर सकते हैं। कंपनी का मानना है कि यह प्रक्रिया बिजनेस को उनके ग्राहकों से जोड़ने में मदद करेगा।

सबसे बड़ी बात यह कि SMS मैसेज शेड्यूल के साथ ही ट्रूकॉलर ने यूज़र्स के लिए नया SMS ट्रांसलेट फीचर भी पेश किया है। यह फीचर फॉरेन लैंग्वेज मैसेज को ट्रांसलेट करने के लिए गूगल के मशीन लर्निंग-फोकस ML Kit का इस्तेमाल करता है। कंपनी का दावा है कि यह ट्रांसलेशन की प्रक्रिया फोन में लोकली होती है। यह फीचर 59 भाषाओं को सपोर्ट करता है, जिसमें आठ भारतीय भाषाएं हैं।

You might also like
Leave a comment