महायुति में नहीं लौटे उद्धव ठाकरे तो महाराष्ट्र में भी ‘राजनीतिक भूकंप’ आएगा

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नागपुर. पोलिसनामा ऑनलाईन – केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे  महायुति में लौटें, अन्यथा मध्यप्रदेश जैसा ‘राजनीतिक भूकंप’ महाराष्ट्र में भी आ सकता है। साथ ही कहा कि उद्धव ठाकरे को कांग्रेस व राकांपा के दबाव में काम करना पड़ रहा है। दवाब भी ऐसी है कि वे कुछ बोल नहीं सकते और राकांपा की मजबूरी है कि वह उन्हें छोड़ नहीं सकती। कई मुद्दों पर दोनों ही समझौता कर रहे हैं।

उद्धव ठाकरे को भाजपा के साथ आने के लिए तत्काल विचार करना चाहिए। मैं यह भी देख रहा हूं कि महाराष्ट्र की नई सरकार पुरानी सरकार के सारे फैसले पर हथौड़े मार रही है। पिछली सरकार के निर्णयों को स्थगित करना ठीक नहीं है। समीक्षा कर सकते हैं। जो सही, वह सही है। मध्यप्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम पर कहा कि  कांग्रेस गुजरात, राजस्थान, झारखंड व छत्तीसगढ़ में अन्य दल के विधायकों को अपने साथ करने का प्रयास कर रही है। सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व में देश का विकास नहीं हो सकता है। राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अनावश्यक आरोप लगाकर अपनी छवि खराब कर रहे हैं।

 बाबासाहब ब्राह्मण समाज के विरोधी नहीं थे

प्रदेश के मंत्री नितीन राऊत के वक्तव्य को लेकर विवाद पर आठवले ने कहा कि बाबासाहब आंबेडकर ब्राह्मण समाज के विरोधी नहीं थे। बाबासाहब ने तो खुद ब्राह्मण कन्या से विवाह किया था। मेरी पत्नी भी ब्राह्मण है। ब्राह्मणवाद का विरोध किया जाना चाहिए, लेकिन अब भाजपा भी ब्राह्मणवादी या केवल ब्राह्मणों की पार्टी नहीं है।

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