कोरोना इलाज से इनकार करनेवाले हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई हो

शिवसेना नेता इरफान सय्यद की मांग

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पिंपरी । पुलिसनामा ऑनलाइन – महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते सरकारी अस्पतालों में बेड्स की कमी होने लगी है। उसी में कुछ अस्पताल कोरोना के मरीजों के इलाज से इनकार कर रहे हैं। यह शिकायत करते हुए शिवसेना के सह संपर्क प्रमुख इरफान सय्यद ने पिंपरी चिंचवड शहर निजी हॉस्पिटलों को कोविड मरीजों के लिए अधिग्रहित करने के साथ ही कोरोना मरीजों का इलाज करने से इनकार करने वाले चिंचवड़ के निरामय हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

इस बारे में मजदूर नेता इरफान सय्यद ने मनपा आयुक्त श्रावण हार्डीकर और जिलाधिकारी नवल किशोर राम को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि पिछले तीन महिनों से पिंपरी चिंचवड़ शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बेकाबू हो चली है। बरसात औऱ ठंड के मौसम में यह संख्या बढने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। जुकाम, बुखार, खांसी होने पर प्राईवेट हॉस्पिटल इलाज से इंकार कर रहे हैं और मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल जाने की सलाह दे रहे हैं। इस बारे में चिंचवड के निरामय हॉस्पिटल के बारे में लोगों से काफी शिकायतें मिल रही है।

उन्होंने बताया कि चिखली के एक व्यक्ति के अस्वस्थ होने पर निरामय ने उपचार करने से इंकार कर दिया। ऐसे ही अनुभव शहर के अन्य प्राईवेट हॉस्पिटलों का मिल रहा है। सामान्य दिनों में शहरवासियों से पैसे कमाने वाले ये प्राईवेट हॉस्पिटल कोरोना संकट में हाथ झटक रहे हैं। मनपा आयुक्त को अधिकार है कि किसी भी प्राईवेट हॉस्पिटल को कोरोना इलाज के लिए अधिग्रहण कर सकते हैं। ऐसे तमाम निजी हॉस्पिटल जो कोरोना मरीजों के इलाज से इंकार कर रहे है सबको चिन्हित कर अपने कब्जे में लेकर उसके डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग इरफान सय्यद ने की है।

शिवसेना नेता इरफान सय्यद ने यह भी स्मरण दिलाया कि पिंपरी चिंचवड़ शहर में ऐसे 10 हॉस्पिटल है जिनकी बेड्स की संख्या 100 के आसपास है। अतिदक्षता विभाग में 10 बेड्स व व्हेन्टींलेटर (कृत्रिम श्‍वास उपकरण) समेत विभिन्न मेडिकल साहित्य से परिपूर्ण है। इन हॉस्पिटलों में कोरोना मरीजों को योग्य उपचार दिया जा सकता है। कोरोना के संक्रमण के चलते आपदा प्रबंधन कानून के अंतर्गत प्राईवेट हॉस्पिटलों को बिना विलंब अधिग्रहित करना चाहिए।

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