ऑस्ट्रेलिया दौरा रद्द करने की मांग… बुमराह-सिराज पर नस्लीय टिप्पणियों के बाद गहराया विवाद

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नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : अपशब्दों की प्रवृत्ति (स्लेजिंग) एक ऐसी शब्दावली है, जिसका क्रिकेट में इस्तेमाल कर कुछ खिलाड़ी विपक्षी खिलाड़ी को अपमानित कर, या मौखिक तौर पर धमका कर फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। ऐसा करने का उद्देश्य प्रतिद्वंद्वी की एकाग्रता को भंग करने की कोशिश करना है, जिससे वो गलती या कमजोर प्रदर्शन करने को मजबूर हो। ऐसा करना काफी प्रभावी हो सकता है क्योंकि बल्लेबाज, गेंदबाज और कुछ खास क्षेत्ररक्षकों के काफी नजदीक होते हैं; परिस्थिति ठीक इसके विपरीत भी हो सकती है। इस तरह का अपमान प्रत्यक्ष तौर पर किया जा सकता है, या क्षेत्ररक्षक बल्लेबाज को सुनाने के उद्देश्य से उंची आवाज में आपस में बातचीत द्वारा भी ऐसा कर सकते हैं।

सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन इससे जुड़ा बड़ा विवाद सामने आया है। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह  और मोहम्मद सिराज  के खिलाफ सिडनी में नस्लीय टिप्पणी हुई है। भारतीय खिलाड़ियों पर नस्लीय टिप्पणी के मामले के बाद अब सोशल मीडिया पर ऑस्ट्रेलियाई फैंस को जमकर कोसा जा रहा है। कई फैंस ने तो ऑस्ट्रेलिया दौरा बीच में रद्द करने की मांग कर दी है।

एक ऑस्ट्रेलियाई अखबार का भी दावा है कि मोहम्मद सिराज और बुमराह को पिछले दो दिनों से दर्शक गालियां दे रहे थे। जब खिलाड़ी रैंडविक एंड पर खड़े थे तो वहां बैठे एक दर्शक ने सिराज को गालियां दी, जो कि फाइन लेग बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे। बुमराह के साथ भी ऐसा सलूख हुआ और तीसरे दिन का खेल खत्म होते-होते ये मामला बहुत ज्यादा बढ़ गया।

ऑस्ट्रेलिया में खेल के ज्यादातर स्तरों पर अपशब्दों की प्रवृत्ति आम है, लेकिन जिस एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को अपशब्द कहने के मामले में खास महारथ हासिल थी, वे थे तेज गेंदबाज मर्व ह्यूज। उनकी धमकाने और आक्रामक गेंदबाजी की शैली में अक्सर मजाकिया टिप्पणियों और कटु गालियों का मिश्रण हुआ करता था। कई बार वे अपशब्द कहते-कहते अपमान भी करने लगते थे।

अपशब्द कहने की ये प्रवृत्ति 2007-08 में भारतीय दल के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मीडिया की सुर्खी तब बनी, जब हरभजन सिंह पर एंड्रू सायमंडस पर कथित तौर पर नस्लीय टिप्पणी करने के आरोप लगे थे। हालांकि यह आरोप साबित नहीं हो सका और हरभजन पर लगी तीन मैचों की पाबंदी वापस ले ली गई। वैसे सायमंड्स ने स्वीकार किया था कि उन्होंने ही दो खिलाड़ियों के बीच आक्रामक भाषा का प्रयोग कर अपशब्द कहने की शुरुआत की थी। अब देखना यह होगा कि फैसला क्या होता है।

इससे पहले मेलबर्न में रोहित शर्मा समेत पांच भारतीय खिलाड़ियों पर बायो बबल तोड़ने का आरोप लगा था। उसके बाद ब्रिसबेन के कड़े क्वारंटीन नियम को लेकर भी टीम इंडिया और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बीच सहमति नहीं बनी है। अब नस्लीय टिप्पणी का मामला सामने आ गया है। इस दौरे पर बहुत जल्द कोई बड़ी खबर सामने आ सकती है।

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