याक के जरिए भारतीय क्षेत्र की जासूसी कर रहा है चीन, पकड़े गए चीनी सैनिक से फिर हुई पुष्टि

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पेइचिंग. ऑनलाइन टीम – चीन से तनातनी के बीच एक चीनी सैनिक जासूसी करते हुए पकड़ा गया है। चुमार-डेमचोक इलाके में उसे भारतीय सैनिकों ने पकड़ा था। चीन का कहना है कि वह जासूस नहीं, किसी चरवाहे की मदद करते-करते वह भारत इलाके में आ गया। तब सवाल यह है कि उसके पास से सैन्य दस्तावेज कैसे मिले। चीन चाहे लाख सफाई दे, लेकिन इस घटना से चीन के खिलाफ एक बार फिर सीमा पर जासूस भेजने के सवाल खड़े होने लगे हैं।

तो क्या याक के जरिए चीन भारतीय क्षेत्र की जासूसी कर रहा है ? मीडिया रिपोर्ट्स में यह संदेह जताया जा रहा है कि चीन जासूसी उपकरण लगाकर याक को भारतीय इलाके में भेजता है। इससे पहले भारतीय पक्ष ने पिछले दिनों मानवीयता का परिचय देते हुए 13 चीनी याक को वापस चीनी सीमा में भेज दिया। ये सभी अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग में 31 अगस्त को भटक गए थे। इन्हें करीब 7 भारतीय सेना की निगरानी में रखा गया था। इस बार भी भारतीय सेना ने पकड़े गए चीनी सैनिक को जल्द ही चीन वापस भेजने की बात कही है। सेना का कहना है कि औपचारिकताएं पूरी करने के बाद PLA को सौंप दिया जाएगा।

दूसरी तरफ, चीन को भारत के इस वादे पर भरोसा पर नहीं। चीनी सेना के प्रवक्ता सीनियर कर्नल झांग शुइली ने कहा कि शुइली ने कहा, ‘हमें आशा है भारतीय पक्ष अपने वादे पर कायम रहेगा और लापता चीनी सैनिक को जल्द से जल्द वापस कर देगा और सातवें दौर की बातचीत के बाद बनी सहमति का लागू करेगा ताकि सीमाई इलाके में शांति और व्यवस्था बनी रहे। हमारा सैनिक चरवाहे की याक ढूंढने में मदद करते हुए रात को खो गया था।

बता दें कि चीनी सैनिक कॉर्पोरल वॉन्ग या लॉन्ग को चुमार-डेमचोक इलाके में पकड़ा गया था। भारतीय सेना ने बयान जारी कर बताया है कि चीनी सैनिक मिल गया है और उसे मेडिकल सहायता, खाना, ऑक्सीजन और गर्म कपड़े भी मुहैया कराए गए हैं।

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