सरकार का फैसला…अब सिंगल मेल पैरेंट को भी मिलेगा चाइल्ड केयर लीव का फायदा
नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम – सरकारी कर्मचारियों के जीवन को आसान बनाने के लिए सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। जिस तरह महिला कर्मचारियों को उनके नाबालिग बच्चों (अठारह वर्ष की आयु तक) की देखभाल के लिए उनकी पूरी सेवा के दौरान अधिकतम दो वर्ष (अर्थात 730 दिन) के लिए दी जाती है, उसी तरह अब सरकारी नौकरी करने वाले ‘सिंगल मेल पैरेंट्स’ को भी चाइल्ड केयर लीव का फायदा मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसे सरकारी पुरुष कर्मी अब बच्चों की देखरेख संबंधी छुट्टी लेने के हकदार हैं जो एकल अभिभावक हैं। उन्होंने कहा कि एकल पुरुष अभिभावक में ऐसे कर्मचारी शामिल हैं, जो अविवाहित, विधुर या तलाकशुदा हैं। सिंह के मुताबिक, इस बारे में कुछ दिन पहले आदेश जारी किया गया था, लेकिन किसी वजह से यह ज्यादा चर्चा में नहीं आ पाया। उन्होंने कहा कि पहले साल ‘चाइल्ड केयर लीव’ को 100% लीव सैलरी की तरह यूज कर सकते हैं। अगले साल से इसे 85% लीव सैलरी की तरह इस्तेमाल कर पाएंगे।
दरअसल, इस फैसले के पीछे लोगों की बदलती सोच है। आज ऐसे अनेक लोग हैं, जो सिंगल फादर के रूप में बच्चे अडॉप्ट करते हैं। हालांकि ऐसे केस अभी ज्यादा नहीं हैं, लेकिन गोद लेने वाले सेंटर्स में अडॉप्शन के लिए सिंगल पुरुषों के रजिस्ट्रेशन नंबर बढ़े हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो दूसरा बेटा भी गोद लेना चाह रहे हैं। अगर वे सरकारी नौकरी में हैं, तो बच्चे के देखभाल में काफी परेशानी होती है। इसे देखते हुए ही सरकार ने यह कदम उठाया है।