भगवान की माया ! अनाथ ने जेईई में 270वी रैंक हाशिल की; एक गलती से आईआईटी मुंबई जाने का मौका गंवाया 

0

मुंबई, 30 नवंबर 

आगरा के सिद्धांत बत्रा को अक्टूबर में IIT JEE (अडवांन्स ) 2020 में ऑल इंडिया में 270वी रैंक मिली थी।  स्थिति से दो-दो हाथ करते हुए इस अनाथ युवक को इतनी बड़ी सफलता मिलने से देशभर में उसकी तारीफ हो रही है।  उसका पालन-पोषण  उसकी मां ने किया था।  लेकिन दो साल पहले उसका  निधन होने के बाद वह अनाथ हो गया।  आईआईटी मुंबई में उसे बीटेक में जगह मिली थी।  लेकिन एक छोटी सी गलती की वजह से उसका सपना चकनाचूर  होता नज़र आ रहा है।

हुआ यू कि उसने 18 अक्टूबर को सीट वितरण का पहला राउंड पूरा कर लिया था।  31 अक्टूबर को उसका रोल नंबर अपडेट हुए है कि नहीं यह देख रहा था।  उसी समय उसे एक लिंक दिखा।  उस लिंक पर सीट पक्की और अगले राउंड से बाहर आ जाये लिखा था।  इसे पढ़कर सिद्धांत को लगा कि उसकी सीट पक्की हो गई है और उसे  अगले राउंड में जाने की जरुरत नहीं है।  इसलिए उसने लिंक को क्लिक कर दिया।

लेकिन जब उसने 10 नवंबर को देखो तो उसका नाम इलेक्ट्रिकल कोर्स की सूचि में नहीं था।  इस कोर्स के लिए कुल 93 सीट थी।  उसने राहत पाने के लिए मुंबई हाई कोर्ट में अपील की।  इस पर 19 नवंबर को सुनवाई हुई।  कोर्ट ने आईआईटी को उसकी अपील पर विचार करने के लिए कहा।  लेकिन आईआईटी ने कहा कि नियमनुसार उसे ऐसा करने का अधिकार नहीं है।  सिद्धांत को अगले साल फिर से परीक्षा देनी होगी। यह कहते हुए उसकी अपील पर विचार करने से इंकार कर दिया।

इसके बाद सिद्धांत ने ,सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।  उसने सीट बढ़ाने की मांग की।  सिद्धांत फ़िलहाल दादा दादी और मामा के साथ रहता है।  उसे अनाथ पेंशन  मिलता है।  कल उसकी मांग पर सुनवाई होगी।
You might also like
Leave a comment