राफेल से घबराया पूरा पाकिस्तान, जानें गूगल पर क्या जानकारी ढूढ रहे पाकिस्तानी

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इस्लामाबाद : ऑनलाइन टीम – वायुसेना को नई ताकत देने वाले लड़ाकू विमान राफेल ने भारतीय सरजमीं पर लैंड किया तो अंबाला से इस्लामाबाद तक इसकी गूंज सुनाई देने लगी। पाकिस्तान में राफेल के बारे में जानने के लिए ऐसी होड़ मची कि गूगल सर्च में यह ट्रेंड करने लगा। पाकिस्तान में कोई राफेल की कीमत जानने के लिए तो कोई दुनिया का सबसे अच्छा फाइटर जेट सर्च करने में जुटा था। कुछ पाकिस्तानी अंबाला खोज रहे थे।

गूगल पर ट्रेंड करने लगा राफेल –
पाकिस्‍तानी राफेल के बारे में सर्च करना शुरु कर दिए। 29 जुलाई की सुबह 10 बजे से ही पाकिस्तान में राफेल ट्रेंड करने लगा। शाम तक यह गूगल सर्च टॉप ट्रेंड में आ गया।पाकिस्‍तान के सिंध, ब्लूचिस्तान, खैबर पख्तूनवा, समेत पूरे पाकिस्तान में राफेल को लेकर हलचल मच गई। पाकिस्तान में कोई राफेल की कीमत जानने के लिए तो कोई दुनिया का सबसे अच्छा फाइटर जेट सर्च करने में जुटा था। कुछ पाकिस्तानी अंबाला खोज रहे थे।

क्या जानकारी ढूढ रहे पाकिस्तानी –
गूगल ट्रेंड के मुताबिक पाकिस्तान में बुधावार को rafale aircraft price, world best fighter jet, what is raale और ambala सर्च किया जा रहा था। पाकिस्तानी न केवल राफेल के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे थे बल्कि भारतीय वायुसेना के बारे में भी वो जानना चाहते थे। वहीं कुछ लोगों ने फाइटर एयरक्राफ्ट F-16 और राफेल में कौन बेहतर है, इसको जानने के लिए f-16 vs rafale सर्च कर रहे थे और यह सर्च गुरुवार को भी जारी है। अभी भी गिलगित-बाल्टिस्तान, बलूचिस्तान, इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र, सिंध और पंजाब में राफेल ट्रेड कर रहा है।

दहशत में पूरा पाकिस्तान –
भारतीय वायुसेना में 5 राफेल के जुड़ने की खबर से पाकिस्तान सरकार को भारत को लेकर दहशत बढ़ गई। आलम ये था कि पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि भारत अपनी वास्‍तविक रक्षा जरूरतों से ज्‍यादा हथियार जमा कर रहा है। यहां तक कि पाकिस्‍तान ने विश्‍व समुदाय से गुहार लगाई है कि वह भारत को हथियार जमा करने से रोके। बता दें फ्रांस से अत्‍याधुनिक मिसाइलों और घातक बमों से लैस सबसे खतरनाक फाइटर जेट राफेल की ये पहली खेप है।

इन जांबाजों ने संभाली थी राफेल की कमान –
इन एयरफोर्स के शूरवीरों पर थी राफेल को भारत लाने की जिम्‍मेदारी पांच राफेल को सुरक्षित भारत के जमीं पर उतारने की जिम्मेदारी एयरफोर्स के शूरवीरों पर थी, जिसकी कमान ग्रुप कैप्‍टन हरकीरत सिंह संभाल रहे थे। ग्रुप कैप्‍टन हरकीरत एक शौर्य चक्र विजेता हैं। उनके साथ इस टीम में एयरफोर्स ने शूरवीरों को भेजा था। जिसमें विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी, हिलाल अहमद राथर, एयर कमांडर मनीष सिंह और रोहित कटारिया भी शामिल हैं।

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