आसाराम ने अदालत से कहा- 80 साल का हूं, जल्द की जाए सुनवाई, बाहर आना चाहता हूं
जोधपुर. ऑनलाइन टीम – आसाराम ने अपनी 80 साल की उम्र का हवाला देते हुए नाबालिग से यौन शोषण के मामले में जल्द सुनवाई करने की मांग की है। हाईकोर्ट के न्यायाधीश संदीप मेहता और रामेश्वर व्यास की खंडपीठ ने आसाराम की याचिका को मंजूर कर लिया है। कोर्ट ने सोमवार को ही बहस का प्रस्ताव दिया था, लेकिन आसाराम के वकील तैयार नहीं थे।
गौरतलब है कि 2013 में एक नाबालिग लड़की ने जोधपुर के पास मनाई आश्रम में आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसके बाद 31 अगस्त 2013 को आसाराम को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया। आसाराम पर पोक्सो एक्ट, जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, दुष्कर्म, आपराधिक षडयंत्र और दूसरे कई मामलों के तहत केस दर्ज हैं। साल 2014 में आसाराम ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। अप्रैल 2018 में जोधपुर स्पेशल कोर्ट ने आसाराम बापू को दोषी करार दिया था, जिसके बाद कोर्ट ने आसाराम बापू को आजीवन कारावास और एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। अब इस मामले में आसाराम ने जमानत पर सुनवाई के लिए याचिका दाखिल की है।
आसाराम की ओर से वीसी (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) के जरिए अधिवक्ता प्रदीप चौधरी ने पैरवी की और कहा कि 2013 से आसाराम जेल में है और उसकी उम्र करीब 80 साल है। बता दें कि एससी-एसटी कोर्ट ने 25 अप्रैल 2018 को यौन उत्पीड़न के मामले में आसाराम को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। फैसले को आसाराम ने उसी साल हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। अब उस अपील पर जल्द सुनवाई कराने के लिए उसकी ओर से अर्जी पेश की गई। जेल से बाहर आने की आसाराम की चाहत तभी पूरी हो सकती है, जब अधीनस्थ कोर्ट के फैसले के विरुद्ध हाईकोर्ट में दायर अपील पर शीघ्र सुनवाई पूरी हो। अब जनवरी के तीसरे सप्ताह में उसकी अपील पर सुनवाई शुरू होगी।