ट्रेन के टॉयलेट में रखे डस्टबिन में मिला 5 महीने का भ्रूण, गर्भपात करवाने वाले रैकेट फिर सक्रिय
कोटा. ऑनलाइन टीम – विकासशील देश में विकसित और अर्धविकसित भ्रूण के कई बार कचरे में मिलने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ताजा मामला एजुकेशन सिटी कोटा रेलवे स्टेशन का है। वहां खड़ी जनशताब्दी एक्सप्रेस के टॉयलेट में मानव भ्रूण मिला मिला है। भ्रूण को टॉयलेट में रखे डस्टबिन में डाला हुआ था। मंगलवार रात करीब 2 बजे जीआरपी को इसकी जानकारी मिली। जीआरपी ने भ्रूण को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। चिकित्सकों के अनुसार, भ्रूण 5 महीने का है। इसे किसने यहां फेंका है, इसका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
इन्हें कौन फेंक कर जाता है, इसका आज तक कुछ पता नहीं चल पाया है। प्रदेश में केवल भ्रूण ही नहीं, बल्कि जिंदा नवजात तक के कई बार कचरे के ढेर में पड़े होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कचरे में और सड़कों पर जिंदा पाये गये नवजातों में अधिकांश बालिकाएं होती हैं। राजस्थान में गुजरात से आकर गर्भ में कन्या भ्रूण का पता करने और ऐसे केसेस का गर्भपात करवाने वाले रैकेट का पिछले दिनों ही भंडाफोड़ हुआ और कई सारे लोगों पर बड़ी कार्रवाई हुई, बावजूद इसके घटनाएं थम नहीं रहीं हैं।
दौसा, सीकर, प्रतापगढ़ और जयपुर में कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन नवजातों को बाल कल्याण समितियों के माध्यम से अस्पतालों में इलाज कराया जाता है और उन्हें लावारिसों की देखभाल करने वाली संस्थाओं को सौंपा जाता है। गत वर्ष प्रतापगढ़ जिले में एक नवजात जंगल में पहाड़ी पर पड़ी मिली थी। किसी राहगीर ने उसके रोने की आवाज सुनकर उसे वहां से उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया।