ममता बनर्जी ने बुलाई इमर्जेंसी मीटिंग…तृणमूल कांग्रेस में ‘भगदड़’ को लेकर ममता परेशान, करेंगी समीक्षा
कोलकाता. ऑनलाइन टीम : पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी परेशान हैं। भाजपा के कद्दावर नेताओं की घेराबंदी, औवैसी की सेंधमारी और अब अपने ही घर में बगावत, तीन-तीन मोर्चों पर उन्हें सीधी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। इसके अलावा राज्य की अपनी परेशानी है, सो अलग। आनन-फानन में उन्होंने पार्टी की शुक्रवार को इमर्जेंसी की मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में सुवेंदु अधिकारी के नाटकीय तरीके से इस्तीफा देने से उत्पन्न हालातों पर समीक्षा की जाएगी। हालांकि पार्टी ने भीतरी कलह को कारा बकवास करार दिया है। नेताओं ने कहा कि यह पार्टी की नियमित बैठकों का ही एक हिस्सा है। हर शुक्रवार पार्टी की अध्यक्ष टीएमसी नेताओं से बैचों में मिलती हैं।
यह पूरी बेचैनी अगले साल बंगाल में विधानसभा चुनावों को लेकर है। सूत्र बताते हैं कि पार्टी में बड़े से लेकर छोटे स्तर तक के नेताओं के बागी तेवर ने टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। सुवेंदु के बाद टीएमसी के विधायक और आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी ने भी पार्टी से अलग होने के तेवर दिखाए हैं। उन्होंने मंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि प्रदेश सरकार ने राजनीतिक कारणों से उनके शहर को केंद्र से मिलने वाले फंड को अस्वीकृत कर दिया था, जो आसनसोल के साथ न्याय नहीं है। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी उनके जैसे छोटे नेता की तरह बड़े नेताओं की समस्याओं को सुलझाने में भी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
वहीं, ममता बनर्जी ने यह कहकर आग में घी डालने का काम किया कि कुछ लोग लहरों के साथ आते-जाते हैं लेकिन जो असल तृणमूल कांग्रेस है, वह बरकरार है। उन्होंने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। ममता ने कहा, ‘बीजेपी निर्लज्जता के साथ उनकी पार्टी के नेताओं की शॉपिंग कर रही है। यह किस तरह की राजनीति है?’