बिहार चुनाव : जनता ने एक बार फिर से झूठे वादों और जातिवादि राजनीति को नकारा
पटना, 11 नवंबर – बिहार के मतदाताओं ने भाजपा जैसे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक आघाडी सरकार को लगातार चौथी बार अपना समर्थन दिया है। जबकि 20 वर्षों के बाद पहली बार भाजपा बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। अब तक बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार का वर्चस्व था। जेडीयू को लगातार मिल रही अधिक सीटें इसकी वजह थी। इसलिए भाजपा ने छोटे भाई की भूमिका स्वीकार की थी। लेकिन अब भाजपा बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और गणित बदल सकता है। चुनाव परिणाम के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विरोधियों पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा बिहार में विकास, प्रगति और सुशासन को फिर से चुनने के लिए बिहार के सभी लोगों का आभार। खास कर बिहार के युवा और महिलाओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने बिहार की सुरक्षा और उज्जवल भविष्य के लिए एनडीए को बहुमत दिया है।
यह हर बिहारी की आशा और आकांक्षा की जीत
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने फिर से झूठे वादे और जातिवादि राजनीति को नकारते हुए एनडीए के विकास को चुना है। यह हर बिहार की आशा और आकांक्षा की जीत है। इस चुनाव में जनता ने उत्साह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए की नीति को अपना समर्थन दिया। यह निश्चित रूप से उल्लेखनीय है। इस परिणाम ने मोदी सरकार के कोरोना के खिलाफ सफल लड़ाई को गरीब, मजदूरों, किसानों और युवा वर्ग का विश्वास नज़र आया है। जबकि देश को भ्रमित करने वालों को सबक मिला है।
20 वर्ष के बाद भाजपा बड़े भाई की भूमिका में
पृथ्वी से अंतरिक्ष के उपग्रह को नियंत्रित किया जाता है तो मतदान मशीन क्यों नहीं हैक हो सकता है। यह कहते हुए कांग्रेस नेता ने ईवीएम पर फिर से सवाल खड़ा कर दिया है। लेकिन चुनाव आयोग ने इस दावे को ख़ारिज कर दिया है। आयोग ने कहा है कि ईवीएम विश्वसनीय और सक्षम है।