चौकाने वाला खुलासा…इटली में ‘इस’ वजह से कोरोना से मरने वालों में पुरुष की संख्या ज्यादा
रोम. पोलिसनामा ऑनलाइन – माना जा रहा है कि इटली में वायरस का पता चलने के कई हफ़्तों पहले से ही वहां वायरस मौजूद था। अब इटली के सभी 22 क्षेत्रों में कोरोना के मामले पाए जा रहे हैं, तो क्या इटली की सरकार ने ये सारे क़दम उठाने में देरी कर दी? एक और अहम बात यह कि इटली में अब तक कोरोना से जितने भी लोगों की मौत हुई है, उनमें सभी 50 साल से ज्यादा उम्र है और इसमें पुरुष और महिलाओं की मौत का औसत 80 और 20 फीसदी है। इटली में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1266 हो गई है। रोम के एक उच्च संस्थान के अनुसार, कोरोना वायरस के 25058 मामलों में 5 फीसदी ही महिला मरीजों की तुलना में 8 फीसदी पुरुष मरीजों की मौत हो गई। एक वैज्ञानिक ने कहा कि पुरुषों में कोरोना वायरस का खतरना उतना ही है, जितना बुजुर्गों में। बताया जा रहा है कि महिलाओं में में चूंकि इम्यून सिस्टम बेहतर होता है, इसलिए उनके सामने खतरा भी कम हैं।
नियम न मानने वालों को जेल : वहां के प्रधानमंत्री को कहना पड़ा कि “जब तक काम से जुड़ा कोई बहुत ज़रूरी कारण या आपात स्थिति या स्वास्थ्य कारण ना हो, तब तक इन इलाक़ों में और यहां से कोई मूवमेंट नहीं होगा। हम एक आपातस्थिति में हैं. ये एक राष्ट्रीय आपातकाल है। हमें वायरस को फैलने से रोकना होगा और अस्पतालों को भरने से बचाना होगा। नियम तोड़ने वालों को तीन महीने की जेल हो सकती है। दूसरी तरफ, सरकार की तरफ़ से ज़्यादा सख्त क़दम उठाने का नतीजा ये है कि एक चौथाई आबादी घरों में क़ैद है और अर्थव्यवस्था की हालत धीरे-धीरे ख़राब होती जा रही है।
बढ़ सकते हैं आंकड़े : इटली के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में मौत के आंकड़े बढ़ेंगे। इस बीच पूरे देश में कोरोना को नियंत्रित करने के लिए कुछ क़दम उठाए गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दो हफ़्तों में इन क़दमों से फ़ायदा मिलेगा। इटली की सरकार ने कुछ बड़े क़दम उठाए हैं. ये सारे क़दम तीन अप्रैल तक लागू रहेंगे. इटली में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. इटली के लोग एक तरह से घरों में क़ैद हैं। इटली के प्रधानमंत्री के मुताबिक़ कम से कम 1.6 करोड़ लोगों को अलग-थलग रखा गया है और उन पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं।