महाराष्ट्र के 22 हज़ार गांवों में पानी की किल्लत, प्रति व्यक्ति 40 लीटर पानी भी उपलब्ध नहीं
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर – महाराष्ट्र में 22 हज़ार से अधिक ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे है। राज्य और केंद्र की कई योजनाएं है लेकिन इन गांवों मे रहने वाले लोगों को हर दिन की अपनी जरुरत का 40 लीटर पानी तक नहीं मिल रहा है। जलशक्ति मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार करीब 20% लोगों को रोज कम से कम 40 लीटर पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। सरकार का दावा है कि 78% लोगों को हर दिन 40 लीटर या उससे अधिक पानी उपलब्ध हो रहा है। केंद्र सरकार 2024 तक सभी को पानी उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार के साथ काम कर रही है। इसके लिए जल मिशन शुरू किया गया है।
मिशन के तहत विषम प्राकृतिक स्थिति, मरुस्थलीय और प्रभावित क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 30% से अधिक प्राथमिकता दी जा रही है। अधिकारी ने बताया कि पानी की उपलब्धता सुनिचित करने के लिए जल संरक्षण की कई योजनाएं चलाई जा रही है।
मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार देशभर में तीन लाख से अधिक ग्रामीणों क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता हर दिन प्रति व्यक्ति 40 लीटर से कम है। इनमें 18. 27 करोड़ लोग रहते है।
इनमे राजस्थान के 2. 41 करोड़, पश्चिम बंगाल के 2. 74 करोड़, कर्नाटक का 1. 73 करोड़ व खेड़ी और आसपास के 1. 78 करोड़ में महाराष्ट्र के 22 हज़ार 97 गांव शामिल है। पानी बचाने के लिए कम से कम पानी कृषि के लिए उपयोग करने हेतु नई तकनीक अपनाई जा रही है। कृषि मंत्रालय ने ड्राप मोर क्रॉप योजन शुरू की है।