आरोग्य सेतु ऐप भी ‘एक्ट ऑफ़ गॉड’ ; शिवसेना का भाजपा पर हमला

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मुंबई, 29 अक्टूबर – कोरोना के प्रादुर्भाव को रोकने के लिए आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करने की अपील केंद्र सरकार ने की थी। लेकिन इस ऐप के निर्माण को लेकर केंद्र सरकार अनभिज्ञ थी ये साफ हो गया है। इस संबंध में केंद्रीय सुचना आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक व सूचना टेक्नोलॉजी मंत्रालय और नेशनल इकोनॉमिस्ट सेंटर को कारण बताओ नोटिस भेजा है। इतना ही नहीं अब इसे लेकर विरोधियों ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। शिवसेना की प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने चुटकी लेते हुए कहा है कि आरोग्य सेतु भी भगवान की करनी है।

यह ऐप करीब 16. 23 करोड़ लोग इस्तेमाल करते है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़े हथियार के रूप में इसे पेश किया गया था। लेकिन इसका निर्माता कौन है इसे लेकर कोई जानकारी नहीं होने का दावा एनआईसी और इलेक्ट्रॉनिक व सुचना टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने सुचना आयोग के समक्ष किया है। अब इस ऐप को किसने तैयार किया इसे लेकर नया विवाद शुरू हो गया है।

प्रधानमंत्री ने कई मौकों पर इस ऐप का इस्तेमाल करने की अपील की थी। इसे लेकर अब हर तरफ से निशाना साधा जा रहा है। कुछ सप्ताह पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था की स्थिति के लिए एक्ट ऑफ़ गॉड को जिम्मेदार बताया था। अब इस बयान को लेकर आरोग्य सेतु के लिए भगवान को जिम्मेदार बताया जा रहा है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा है इस सरकार के कामकाज में सब कुछ एक्ट ऑफ़ गॉड है।

चार अधिकारियों को मौजूद होने के आदेश
इलेक्ट्रॉनिक व सुचना टेक्नोलॉजी मंत्रालय के उपसंचालक एस के त्यागी, डी के सागर, नेशनल गवर्नेंस विभाग के महाव्यवस्थापक आर ए धवन और एनआईसी के सुचना अधिकारी स्वरुप दत्ता को नोटिस भेजा गया है और पूछा गया है कि उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की जाए ? सुचना आयुक्त ने चारों अधिकारियों को आयोग के समक्ष हाजिर होने का आदेश दिया है।

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