दो साल से नजर रख रहे थे खगोलविद, अचानक सूर्य के बराबर तारे को निगल गया ब्लैकहोल

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लंदन. ऑनलाइन टीम – सूरज के आकार के एक बड़ा तारा ब्लैक होल में समा गया। दुनिया भर के खगोलविद् उस वक्त हैरान रह गए, जब इतने बड़े विशाल तारे को उन्होंने ब्लैकहोल की तरफ सरकते देखा। इस बेहद दुर्लभ घटना को उन्हें कैद करने में भी सफलता मिली। इससे ब्लैक होल और तारों के संबंधों के बारे में जानने में मदद मिलेगी।

वर्ष 2019 में एक विशालकाय ब्लैक होल के करीब रोशनी दिखाई दी थी और तब से खगोलविद् उस पर नजर रखे हुए थे। इसके लिए शोधकर्ताओं की टीम ने यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला के वेरी लार्ज टेलीस्कोप (वीएलटी) और न्यू टेक्नोलॉजी टेलीस्कोप (एनटीटी) को उस दिशा पर केंद्रित किया हुआ था। खगोलविदों ने देखा कि सूर्य जितने बड़े तारे में अचानक विस्फोट हुआ और वह ब्लैक होल में समा गया। एक शोधकर्ता के मुताबिक, तारे का द्रव्यमान सूर्य के समान ही था और उसका आधे से ज्यादा भाग ब्लैक होल में समा गया था, जो उससे भी कई लाख गुना विशाल है।

अंतरिक्ष में होने वालीं ऐसी घटनाओं को ज्वारीय विघटन (टाइडल डिसरप्शन) कहा जाता है। जब कोई बदकिस्मत तारा आकाशगंगा के केंद्र में एक विशालकाय ब्लैक होल के करीब पहुंचता है, तो ब्लैक होल का अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण खिंचाव तारे को पदार्थ के छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित कर देता है। इस स्पैगेटिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान तारकीय सामग्री के कुछ पतले स्ट्रैस ब्लैक होल में गिर जाते हैं, जिससे एक चमकीली रोशनी दिखाई देती है। हालांकि, विस्फोट के चलते धूल और मलबे आदि के कारण इस रोशनी को कैप्चर करना वैज्ञानिकों के लिए आसान नहीं होता, लेकिन इस बार वह ऐसा करने में सफल रहे हैं। बता दें कि अंतरिक्ष की दुनिया में एक शब्द होता है सुपरनोवा। यह एक विस्फोट का नाम है। यह तब होता है जब कोई सूर्य के बराबर प्रकाशमान तारा ब्लैकहोल में समा जाता है। इसे तारे की मौत कहते हैं।

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