Songs सुनने के ये है 8 बड़े फायदे, जानें आप भी, हमेशा रहेंगे स्वस्थ

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मुंबई : ऑनलाइन टीम – इंसान की जिंदगी से संगीत का रिश्ता हमेशा से अटूट रहा है। ऐसे में अगर आप जीवनभर तनाव से दूर और खुशहाल रहना चाहते हैं तो जितनी जल्दी हो सके संगीत से रिश्ता कायम कर लीजिए। कहने का मतलब अग आप संगीत सुनना पसंद करते हैं, मतलब आप हमेशा खुश रहना चाहते हैं। संगीत की खूबी भी यही है कि जब चाहें, जैसा चाहें सुने और फिर अपना मूड बदल लें।

गाने सुनने के फायदे –

तनाव और चिंता को करता है दूर – जानकारों की मानें तो संगीत सुनने से रोगों से लड़ने की क्षमता में इजाफा होता है। नियमित संगीत सुनने दिमागी सुकून तो मिलता ही है, साथ ही ब्रेन फंक्शन भी बेहतर होता है। इससे हमारी सर्जनात्मक क्षमता भी बढ़ती है।

हाई ब्लड-प्रेशर और स्ट्रोक में मददगार – रोजाना सुबह-शाम कुछ देर तक संगीत सुनने से उच्च-रक्तचाप का स्तर सुधरता है तो वहीं धीमी गति का संगीत सुनने से स्ट्रोक की समस्या भी दूर होती है। एक अध्ययन के मुताबिक, संगीत में तीन तंत्रिका तंत्र होते हैं, जिससे दिमागी सुकून मिलता है। स्ट्रोक की स्थिति में बिस्तर पर धीमा संगीत सुनने से आराम मिलता है।

व्यायाम करते वक्त संगीत सुनना फायदेमंद है – ब्रिटेन में एक सर्वे के मुताबिक़ ये पाया गया है कि संगीत उत्साह को बनाए रखता है, धैर्य बढाता है और मूड में सुधार करता है। संगीत सुनने से हमारा ध्यान व्यायाम के दौरान होनेवाली असुविधा की ओर नहीं जाता। रिसर्च में ट्रेड मिल पर चलते हुए 30 लोगों पर संगीत के प्रभाव का अध्ययन किया गया था। मोटिवेशनल व नॉन-मोटिवेशनल संगीत सुनने के दौरान का प्रदर्शन, संगीत नहीं सुनने के दौरान किए गए व्यायाम से बेहतर था।

संगीत सुनने से बढ़ती है स्मरण शक्ति – कुछ लोगों को पढ़ाई करते हुए संगीत सुनने की आदत होती है। उनके अनुसार, इससे वे बेहतर पढ़ाई कर पाते हैं। अब शोध भी उनकी बात साबित करते हैं। नियमित संगीत सुनना बुढापे की प्रक्रिया को कम करता है। डिमेंशिया के शिकार लोगों पर भी इसका अच्छा असर होता है। संगीत में रुचि लेना शरीर में डोपामाइन हार्मोन का स्राव करता है, जो जोश व प्रेरणा देता है। संगीत के प्रति बच्चों का झुकाव उनकी बातचीत को प्रभावी बनाता है। सोचने-समझने की क्षमता पर अच्छा असर पड़ता है, जिससे वर्बल IQ तेज़ होने लगता है।

शारीरिक व मानसिक दर्द करता है कम – दर्द चाहे शारीरिक हो या फिर मानसिक, बेहतर संगीत दोनों ही स्थितियों में मनुष्य के लिए लाभदायक रहता है। खासकर मानसिक परेशानी की स्थिति में संगीत किसी जादू की मानिंद काम करता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि असहनीय दर्द में जब शख्स को संगीत सुनाया जाता है तो वह अपने दर्द की प्रतिक्रिया देना भूल जाता है। मसलन, बीमार बच्चों को अच्छा संगीत सुनाने से उन्हें इंजेक्शन लगाने के दौरान कम दर्द होता है।

पीठ का दर्द तक करता है कम – धीमा संगीत सुनने से उच्च-रक्तचाप और दिल की धड़कन भी धीमी हो जाती है। जिससे हम आराम से और बेहतर सांस ले पाते हैं। एक रिसर्च में यह पाया गया है कि जिन लोगों को बैक सर्जरी के बाद म्यूज़िक थैरेपी दी गई उन्हें सर्जरी के बाद बैकपेन में बहुत राहत मिली।

नींद अच्छी आती है – अगर आप अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं तो सोते समय सुखदायक संगीत सुनना शुरू कर दीजिए। एक सुखद नींद के लिए सोने से पहले 30-45 मिनट का संगीत सुनने की आदत अवश्य डालें। रॉक या रेट्रो म्यूज़िक से रात को दूर रहे, नहीं तो परिणाम विपरीत भी आ सकते हैं। सोने से कुछ समय पहले शास्त्रीय संगीत को सुनें, क्योंकि शास्त्रीय संगीत सहानुभूति तंत्रिका तंत्र की गतिविधि को कम करके चिंता को घटाता है। मांसपेशियों को आराम देता है और उन विचारों की व्याकुलता को दूर करता है जो आपके सोने में बाधक है।

संगीत सुनने से शरीर स्वस्थ रहता है –
शोधकों के अनुसार, संगीत सुनने से शरीर के इम्यून सिस्टम के लिए उपयोगी एंटीबॉडी के स्तर में सुधार होता है। हम उन एंटीबॉडी के बारे में बात कर रहे है, जो रोगों के खिलाफ हमारे शरीर की सुरक्षा करते हैं। साथ ही पाचन प्रक्रिया पर भी अच्छा असर देखने को मिलता है।

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