कोरोना की लड़ाई में नर्सों की भूमिका अहम: संभागीय आयुक्त

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पुणे : पोलिसनामा ऑनलाइन – अस्पताल की नर्सें कोरोना मुक्ति की लड़ाई में डॉक्टरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जोखिम में अच्छी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान कर रही हैं। कोरोना खिलाफ की लड़ाई में सभी नर्सों का योगदान महत्वपूर्ण है। पुणे के संभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर ने मंगलवार को विश्व परिचारिका दिवस के उपलक्ष्य में नर्सों के एक सम्मान समारोह में यह बयान देकर नर्सों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

बीजी मेडिकल गवर्नमेंट कॉलेज और ससून जनरल अस्पताल में विश्व नर्स दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन पर फ्लोरेंस नाइटिंगेल की छवि को माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर बोल रहे थे। इस मौके पर अस्पताल के अधीक्षक, डॉ. मुरलीधर ताम्बे, डिप्टी डीन डॉ.कार्यकारी अधीक्षक डॉ. अजय तावरे, उप अधीक्षक डॉ. बी.जे. जाधव, पर्यवेक्षिका डॉ. राजश्री कोतके भी उपस्थित थी। इस समारोह में डॉ. राजश्री कोटके ने उपस्थित नर्सों को स्वास्थ्य सेवा की शपथ दिलाई।

विश्व परिचारिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए संभागीय आयुक्त दीपक म्हैसेकर ने कहा कि, अस्पताल में नर्सें अपने परिवार की तरह देखभाल के लिए दिन-रात अच्छी सेवा प्रदान करके और यहां तक कि अपर्याप्त श्रमशक्ति के साथ स्वास्थ्य देखभाल के मानक बढ़ा रही हैं। कोरोना मुक्ति के लिए लड़ाई में उनका योगदान महत्वपूर्ण है और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नर्स एक महत्वपूर्ण घटक हैं नर्सों ने अपने निर्बाध स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से मानवता की दृष्टि बनाई है। इस कार्यक्रम के बाद संभागीय आयुक्त ने अस्पताल में कोरोना सैंपल टेस्टिंग लैब का दौरा किया और कोरोना की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए्।

ससून हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ मुरलीधर तांबे ने कहा कि, कोरोना की विपदा के दौरान डॉक्टरों के अलावा नर्सें भी दिन-रात सेवा कर रही हैं। दुनिया में कोरोना संकट के दौरान कई नर्स और नर्सिंग भाई बीमारों के लिए स्वर्गदूतों के रूप में रोगियों की सेवा कर रहे हैं। कोरोना मुक्ति के लिए लड़ाई में नर्सिंग भाइयों और बहनों के योगदान को कोई भी कभी नहीं भूल पाएगा। नर्स स्वास्थ्य प्रणाली का एक महत्वपूर्ण घटक हैं और वे कोरोना की मुक्ति के लिए मौजूदा लड़ाई में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। मैं उनकी सेवा को सलाम करता हूं।

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