श्रेय की लड़ाई में निष्ठावानों की भी छलांग

लंबित मसले हल होने को लेकर प्राधिकरण अध्यक्ष का सम्मान

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पिंपरी : पुलिसनामा ऑनलाईन – अवैध निर्माणकार्यों के साथ ही किसानों को साढ़े 12 फीसदी जमीन वापसी, स्पाइन रोड बाधितों के लंबित मसलों पर हाल ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अहम फैसले किये हैं। इसकी घोषणा के साथ ही पिंपरी चिंचवड़ शहर के विधायकों में श्रेय लेने की होड़ मच गई है। हर कोई इसे अपनी मेहनत का नतीजा बताकर अपनी पीठ थपथपाने में मशगूल है। श्रेय की होड़ में ‘हम भी किसी से कम नहीं’ का नारा बुलंद करते हुए भाजपा के पुराने निष्ठावानों के गुट ने भी छलांग लगा दी है। पहले ‘ओल्ड इज गोल्ड’ नाम से चलनेवाले इस गुट ने हाल ही में श्रध्येय अटल बिहारी वाजपेयी विचार मंच के बैनर तले अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। इस कड़ी में गुट ने लंबित मसलों को हल करने के श्रेय का सेहरा प्राधिकरण अध्यक्ष सदाशिव खाड़े के सिर बांधकर उनका सम्मान किया।

प्राधिकरण की जमीन पर बने 500 वर्ग फीट क्षेत्र के अवैध निर्माण कार्य लिए कोई दंड न लेकर उसे संबंधित नागरिक के नाम पर करने का फैसला किया गया। 500 से एक हजार वर्ग फीट क्षेत्र के लिए रेडिरेकनर की दर से 10 फीसदी और एक हजार से डेढ़ हजार वर्ग फीट क्षेत्र के लिए 25 फीसदी दंड वसूलकर संबंधितों के नाम करने का फैसला किया गया। इसी प्रकार से 1990 से प्रलंबित किसानों को 12.5 फीसदी जमीन वापसी के मसले पर सवा छह फीसदी जमीन और सवा छह फीसदी जमीन का एफएसआई देने के आदेश मुख्यमंत्री ने दिए है। इन फैसलों के बाद शहर के विधायकों में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है। स्पाइन रोड बाधितों का मसला हल होने को लेकर भाजपा विधायक महेश लांडगे का सम्मान किया गया। वहीं भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप ने एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए इन्हीं लंबित मसलों के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस की विधायकी से इस्तीफा देने की बात याद दिलाई। इस होड़ में पीछे न रह जाय इसलिए शिवसेना के विधायक एड गौतम चाबुकस्वार का भी सम्मान शिवसेना की ओर से किया गया।

अब श्रध्येय अटलबिहारी वाजपेयी विचार मंच के बैनर तले कार्यरत भाजपा के पुराने व निष्ठावानों के गुट ने लंबित मसलों के हल होने का श्रेय पिंपरी चिंचवड़ नवनगर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सदाशिव खाडे को देकर उपमहापौर सचिन चिंचवडे के हाथों उनका सम्मान कराया। जो मसले गत 35 सालों से कांग्रेस- राष्ट्रवादी कांग्रेस के शासनकाल में लंबित थे, तब के जनप्रतिनिधियों को इन्हें सुलझाने में सफलता नहीं मिल सकी। उन्हें खाड़े ने अपने अध्यक्ष पद के आठ माह के कार्यकाल में हल कर दिखाया। इस गुट का यह दावा भाजपा विधायकों पर की गई अपरोक्ष टीका समान है, क्योंकि ये विधायक पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस में थे। बहरहाल इस सम्मान समारोह में नगरसेवक मोरेश्वर शेडगे, पूर्व नगरसेवक राजू दुर्गे, नगरसेवक माऊली थोरात, रवी लांडगे, उत्तम केंदले, पूर्व नगरसेवक भिमा बोबडे, प्रमोद ताम्हणकर, भाजपा महासचिव प्रकाश जवलकर, शेखर लांडगे, दिपक कुलकर्णी, अजय पाताडे, गणेश चव्हाण, नंदू भोगले, सुरेश पाटील, दिलीप गोसावी, योगेश भागवत, कैलास सानप, आदित्य कुलकर्णी, गणेश ढाकणे, संजय ओव्हाल, देवदत्त लांडे, प्रकाश हगवणे, सुधाकर काले, गणेश ढाकणे, कोमल शिंदे, सारिका चव्हाण आदि मौजूद थे।

अटलबिहारी वाजपेयी विचार मंच ने बढ़ाई चिंता

गत लोकसभा चुनाव के बाद से भाजपा में दूसरी पार्टियों से काफी ‘इनकमिंग’ हुई है, जिसका सिलसिला अब तक जारी है। इससे भाजपा के पुराने सिपहसलार अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। चुनावी टिकट से लेकर पदों के वितरण में उनके साथ नाइंसाफी हो रही है। पिंपरी चिंचवड़ मनपा में सत्ता परिवर्तन के बाद लगातार हो रही नाइंसाफी से नाराज पुराने और निष्ठावानों के सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने भाजपा और सत्ता की दारोमदार अपने हाथों में लेनेवाले नेताओं के खिलाफ बगावत का परचम लहरा दिया है। इसके लिए उन्होंने ‘ओल्ड इज गोल्ड’ नाम से गुट बनाकर सत्ताधीशों पर दबाव बनाना शुरू किया, कुछ हद तक उन्हें कामयाबी भी मिली। इससे उनके हौसले बुलंद हो गए और अब पुराने निष्ठावानों ने श्रध्येय अटलबिहारी वाजपेयी विचार मंच नाम से एक अलग गुट बनाया है। इसमें पुराने निष्ठावानों के साथ सत्ताधीशों से नाराज चल असंतुष्ट नगरसेवक भी जुड़ गए हैं। इससे यह गुट और भी सशक्त हो गया है, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर सत्ताधीशों चिंता बढ़ गई है।

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