मुंबई : Maharashtra Monsoon Session | महाराष्ट्र मानसून सत्र के पांचवें दिन विधान भवन के सीढ़ियों पर सरकार और विरोध दलों के विधायक एक दूसरे से भिड़े. पिछले चार दिनों से विरोधी दलों की ओर से जोरदार नारेबाजी से सरकार को परेशानी में डाला था.

आज तो शिंदे गुट (Shinde Group) के महेश शिंदे (Mahesh Shinde) और राष्ट्रवादी पार्टी के

अमोल मिटकरी (NCP MLA Amol Mitkari) एक दूसरे से भिंड़े गए. राज्य में किसान बाढ़ के कारण

संकट में हैं. दूसरी ओर महाराष्ट्र की राजनीति पार्टी एक दूसरे के खिलाफ इस प्रकार नारेबाजी कर

विधान मंडल का कीमती वक्त बर्बाद कर रहे है. यह हुए हंगामा निश्चित रूप से शर्मनाक है.

 

महाराष्ट्र मानसून सत्र (Maharashtra Monsoon Session) के पहले चार दिनों के दौरान महाविकास आघाड़ी

विधायकों ने विधान मंडल के सीढ़ियों पर अपनी नारेबाजी से सबका ध्यान खींचा. महाविकास आघाड़ी

(Mahavikas Aghadi) ने ‘ आए रे आए, गदार आए,’ ‘50 खोखे , सब ओके ‘, ‘ भाजपा के गद्दारों की थाली,

चलो गुवाहाटी चलते हैं’ जैसे नारों से शिंदे गुट और भाजपा को परेशान कर दिया था. इस कारण

आज सरकार दुविधा में दिखाई दी. आज के सत्र के पांचवें दिन बीजेपी- शिंदे गुट ने अपनी रणनीति में बदलाव किया.

 

 

शिंदे गुट की चेतावनी

 

 

हंगामे के समय वहां मौजूद शिंदे समूह के विधायक भरत गोगावले ने कहा, विपक्ष हम पर आरोप लगा रहा है.

अब हमने उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के सीढ़ियों पर आदोंलन किया था. हम किसी के खिलाफ

हाथ नहीं उठातें है. मगर किसी ने हाथ उठानें पर हम उसे नहीं छोडेगे. हमें किसी के बीच में नहीं जाते हैं,

तो आप भी हमारें बीच में ना आये. ऐसी बात गोगवले ने कहीं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, अगर कोई

हमारे रास्ते में आया तो हम नहीं छोड़ेंगे. वही गोगवले ने यह भी कहा कि उन्होंने हमें धक्का नहीं.

हमने उन्हें धक्का दिया. हम बालासाहेब के शिवसैनिक हैं. हम कायर नहीं हैं.

 

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