School Reopening | महाराष्ट्र के नांदेड़ में कोरोना मुक्त गांव  के एक हज़ार 450 स्कूल खुलेंगे 

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नांदेड़ (Nanded News) , 8 जुलाई : ( School Reopening) पिछले डेढ़ वर्षों से कोरोना (Corona) की वजह से स्कूल शुरू (School Reopening) करना संभव नहीं होने की वजह से ऑनलाइन टीचिंग (Online Teaching) की सरकार (Government) ने परमिशन दी थी।  लेकिन अब कोरोना से मुक्त (Corona Free) हो चुके गांवों में आठवीं (8th) से बारहवीं (12th) तक क्लास शुरू करने को लेकर बुधवार को सरकार (Government) ने संसोधित निर्णय घोषित किया।  इस निर्णय के अनुसार जिले के कुल 1 हज़ार 604 गांवों में से 1 हज़ार 450 गांव कोरोना मुक्त (corona free) हो चुके है।  जबकि 276 गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त (corona free) नहीं हुए है। इसलिए इन गांवों में स्कूल शुरू (Nanded School Reopening) करना संभव नहीं है।  कोरोना से विधार्थियों का भारी नुकसान हुआ है।  शिक्षा विभाग (Education Department) ने विभिन्न माध्यमों से हर बच्चे तक पहुंचने का प्रयास किया है।  लेकिन तकनीकी दिक्कतों की वजह से जिले के करीब 70% बच्चे शिक्षा (Education) से वंचित है।

लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से शिक्षा से वंचित होने की वजह से बाल विवाह, बाल मजदूरी, लड़के-लड़कियों के गायब होने की संख्या बढ़ी है।  इसलिए सरकार (Government) ने आठवीं से बारहवीं तक के क्लास कोरोना मुक्त गांवों में शुरू करने का निर्णय लिया है।  जिले के कुल 1 हज़ार 604 गांवों में से 1 हज़ार 450 गांव कोरोना मुक्त हो चुके है।  जबकि 276 गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त (Corona Free) नहीं हुए है। इसलिए इन गांवों में स्कूल (School) शुरू करना संभव नहीं है।

गांव स्तर पर समिति

कोविड मुक्त गांव (covid free village) की ग्राम पंचायत (Village Panchayat) ने अपने अधिकार क्षेत्र वाले आठवीं से बारहवीं तक के क्लास शुरू (School Reopening) करने को लेकर अभिभावकों से चर्चा कर प्रस्ताव पेश करे।  ग्राम पंचायत (Village Panchayat) स्तर पर सरपंच की अध्यक्षता में इसके लिए समिति गठित (committee constituted) करने के निर्देश दिए गए है.

स्कूलों के लिए गाइडलाइन्स

* स्कूल (School) के क्लास रूम, टॉयलेट्स, डेस्क, टेबल, कुर्सी, वाहन को बार बार साफ करने और सैनिटाइज़ेशन (sanitization) करने की जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन (school administration) पर होगी

* संबंधित स्कूल (School) के शिक्षक (Teachers) में रहते है या आते-जाते है।  इसके लिए खुद के वाहन का इस्तेमाल करे

* हर दिन 2 सत्र में  क्लास लेने और बच्चों के आने और जाने की अलग-अलग टाइमिंग व रास्ता स्कूल दवारा निश्चित किया जाए

यह सावधानी बरते

* एक डेस्क पर एक विधार्थी; 2 डेस्क के बीच 6 फ़ीट की दुरी

* एक वर्ग में अधिक से अधिक 15 से 20 विधार्थी

* सत्र की टाइमिंग व महत्वपूर्ण विषयों की अदला बदली कर योजना बनाये

* सभी शिक्षक (Teachers), कर्मचारियों (Staff) का आरटीपीसीआर (RTPCR)  / रैपिड एंटीजन टेस्टिंग अनिवार्य (Rapid Antigen Testing)

* विधार्थियों (Students) की उपस्थिति उनकी इच्छा पर होगी।  यह पूरी तरह से अभिभावक पर निर्भर करता हैं।

* जिले में कुल माध्यमिक स्कूल (secondary school) – 801

* जिला परिषद् स्कूल (Zilla Parishad School) -70

* अनुदानित स्कूल (aided school) – 617

* गैर अनुदानित (unsubsidized) – 184

 

 

 

 

 

 

 

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